MUMBAI. बॉलीवुड की एक और फिल्म रिजीज होने से पहले ही विवादों में आ गई है और यह मामला अदालत की दरवाजे तक पहुंच गया है। हालांकि फिल्म से आपत्तिजनक टीजर-सीन हटा दिए गए हैं। दरअसल, एक दिन पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा है कि अन्नू कपूर अभिनीत फिल्म हमारे बारह में कुरान या मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कुछ भी नहीं है। कोर्ट ने कहा, हमने फिल्म देखी और पाया कि इसका उद्देश्य महिलाओं का उत्थान है।
जस्टिस बीपी कोलाबावाला और जस्टिस फिरदोश पूनीवाला की खंडपीठ ने कहा कि फिल्म का ट्रेलर जरूर आपत्तिजनक था। लेकिन ट्रेलर समेत बाकी अन्य आपत्तिजनक सीन फिल्म से हटा दिए गए हैं। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने भी फिल्म के ट्रेलर को आपत्तिजनक माना था। हाई कोर्ट ने मंगलवार को कहा था कि हमें नहीं लगता कि फिल्म में अब ऐसा कुछ भी है जिससे हिंसा फैले। इसके बावजूद कुछ अन्य सीन को लेकर गफलत की गुंजाइश है।
अगर फिल्म से जुड़े सभी पक्ष इन्हें हटाने को तैयार हैं तो इसका हलफनामा सौंपे जाने पर हम बुधवार को फिल्म रिलीज करने की अनुमति दे सकते हैं। पीठ ने हालांकि सेंसर बोर्ड से प्रमाणपत्र मिलने से पहले ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने पर जुर्माना लगाने की बात भी कही। फिल्म को लेकर यह आरोप लगाया जा रहा है कि यह इस्लामिक आस्था और शादीशुदा मुस्लिम महिलाओं के प्रति अपमानजनक है। यही कारण है कि फिल्म को अभी तक फिल्म को सिनेमाघरों तक पहुंचने का इंतजार है।
जानिए क्या है फिल्म को लेकर विवाद
हमारे बारह फिल्म का ट्रेलर 30 मई को रिलीज किया गया था. हालांकि इसे महज 24 घंटों में ही हटा दिया गया। जानकारी के मुताबिक, जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर आधारित फिल्म के कुछ दृश्यों और डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई गई है। आरोप है कि यह फिल्म मुस्लिम समुदाय का अपमान करती है और इसमें कुरान की बातों को गलत तरीके से पेश किया गया है। 5 अगस्त को फिल्म का पोस्टर जारी किया गया था, जिसे लेकर भी सवाल उठाए गए थे।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन की महाराष्ट्र इकाई ने आरोप लगाया था कि फिल्म हम दो हमारे बारह एक समुदाय विशेष को निशाना बनाती है। अब इस फिल्म का नाम बदलकर हमारे बारह कर दिया गया है। फिल्म में एक खास समुदाय को निशाना बनाया गया है। यह फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि विवाद पैदा करके पैसे कमाने के लिए बनाई गई है।