DELHI. पंजाब ने लोकसभा चुनाव 2024 में एक और चौकने वाला नतीजा देखने को मिला फ़रीदकोट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने जीत हासिल कर ली। सरबजीत, इंदिरा गांधी हत्याकांड के मुख्य आरोपी बेअंत सिंह के बेटे हैं। इस चुनाव में पंजाब में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है।
आम चुनाव के नतीजों में पंजाब से एक नहीं दो चौंकने वाले फ़ैसले सामने आये है। एक तरफ़ गुडुर सीट से खलिस्तान समर्थक जेल में बंद आंदोलनकारी अमृतपाल सिंह ने जीत हासिल की। दूसरी तरफ़ इंदिरा गांधी के हत्या के मुख्य आरोपी उनके अंगरक्षक बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह ने भी फ़रीदाबाद सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर ली है। सरबजीत ने आम आदमी पार्टी के कर्मजीत सिंह अनमोल को 70,053 मतों से हरा दिया। तीसरे स्थान पर कांग्रेस की प्रत्याशी अमरजीत कौर साहोके रही।
सरबजीत सिंह खालसा को 2,98,062 वोट, कर्मजीत सिंह अनमोल को 2,28,009 और अमरजीत कौर साहोके को 1,60,357 वोट मिलें।
1984 में हुई थी इंदिरा गांधी की गोली मार कर हत्या
बेअंत सिंह और सत्वंत सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अंगरक्षक थे। सन् 1984 में इंदिरा गांधी द्वारा चलाये गये ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में इन दोनों ने कई राउंड की फायरिंग में गोली मारकर तत्कालीन प्रधानमंत्री की हत्या कर दी थी।
उस दौरान बेअंत सिंह को मौक़े पर ही मौजूद अन्य सुरक्षाकर्मियों ने मार गिराया था। जबकि सतवंत सिंह को गिरफ़्तार कर लिया गया था। सन् 1989 में सतवंत और इस हत्या के मास्टरमाइंड क़हर सिंह को तिहाड़ की जेल में फाँसी की सज़ा दी गई थी।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार?
ऑपरेशन ब्लू स्तर भारतीय सेना द्वारा 3 से 8 जून 1984 को अमृतसर स्थित हरिमंदिर साहिब परिसर को खलिस्तान सार्थक जनरैल भिंडरावाले और उनके समर्थकों को मुक्त करने के लिए चलाया गया अभियान था।
पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में अलगाववादी ताक़तें सशक्त हो रही थीं। इन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा था। खलिस्तानियों का तत्कालीन सरकार से ये ग़ुस्सा था की ऑपरेशन ब्लू स्टार में उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने की कोशिश की गई है। इसी के विरोध में इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी।