RAIPUR. प्रदेश में 33000 हजार शिक्षकों की भर्ती की चर्चा विधानसभा चुनाव के बाद से ही की जा रही थी लेकिन अब इस भर्ती पर रोक लगी हुई है। अभी तक वित्त विभाग से मंजूरी नहीं मिली है। यहीं वजह है कि भर्ती प्रक्रिया के विषय में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है। शिक्षामंत्री ने भी इस पर वित्त विभाग की मंजूरी को महत्वपूर्ण बताया है।
बता दें, छत्तीसगढ़ में नया शिक्षण सत्र शुरू होने वाला है। वर्ष 2024-25 शिक्षा सत्र की शुरुआत 25 जून के बाद से होनी है। इसके लिए नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली।
इसमें शिक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलूओं पर चर्चा की गई साथ ही कई निर्णय भी लिए गए। इसके अलावा विभिन्न कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई। शिक्षक की भर्ती, वेतन विसंगति, पदोन्नति, नई शालाआंें के निर्माण सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
शिक्षकों की भर्ती वित्त विभाग के मंजूरी के बिना नहीं हो सकती
शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर को विश्वस्तरीय बनाने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य में शिक्षकों के 33000 रिक्त पदों पर मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से स्वीकृति के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
विभाग में विसंगतियों को दूर किया जाए
शिक्षा मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान विभाग में वेतन विसंगति को दूर करने व संयुक्त संचालक, उप संचालक, प्राचार्य, व्याख्याता, उच्च वर्ग, शिक्षक, प्रधानपाठक, की पदोन्नति के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने जल्द से जल्द सभी विसंगतियों को दूर करने के निर्देश दिए।
अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती का इंतजार
प्रदेश में रोजगार के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में देरी होने पर अभ्यर्थियों में थोड़ी मायूसी भी है। लेकिन अभी सभी इन पदों पर जल्द से जल्द वित्त विभाग की स्वीकृति मिलने का इंतजार कर रहे हैं।