BILASPUR. बेरोजगारी इतनी ज्यादा है कि लोग नौकरी पाने के लिए रुपये देने के लिए भी तैयार रहते हैं। ऐसे में कई जालसाल व फ्रॉड लोग लोगों को ठगने के लिए भी तैयार रहते हैं। शहर में भी ऐसा ही एक मामला आया है। जहां पर युवक को हाईकोर्ट में नौकरी लगाने का झांसा देते हुए रुपये ले लिए। फिर उसे फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया। युवक जब ज्वाइनिंग के लिए हाईकोर्ट पहुंचा तो उसे पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। तब युवक को समझ आया कि उसके साथ फ्राड किया गया है और रुपये ले लिए। युवक ने पुलिस में इसकी शिकायत की है।
बता दें, सक्ती जिले के ग्राम भुरसीडी बाराद्वार में रहने वाले कैलाश राठौर डाटा एंट्री ऑपरेटर की ट्रेनिंग कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि सितंबर में हाईकोर्ट में नौकरी के लिए आवेदन किया था।
इसी दौरान उनके दोस्त चांपा निवासी अमर सिंह धनवार ने फोन कर बताया कि बिलासपुर में रहने वाले चंद्रकांत पांडेय रुपये लेकर हाईकोर्ट में नौकरी लगवा रहा है। अमर सिंह ने चंद्रकांत को 40 हजार रुपये भी दिए थे।
दोस्त के कहने पर उसने महाराणा प्रताप चौक पर चंद्रकांत से मिलने के लिए आया। यहां पर उसने चंद्रकांत को 30 हजार रुपये दिए। इसके बाद जालसाज अलग-अलग बहानों से रुपये मांगने लगा।
सोमवार को उसने कैलाश को बिलासपुर बुलाकर हाईकोर्ट में डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिया। साथ ही उसके भाई के नाम पर पुलिस विभाग में नियुक्ति पत्र देकर रुपये मांगे। फर्जी नियुक्ति पत्र देकर रुपये लेने के बाद आरोपित भाग निकला।
इधर हाईकोर्ट जाने पर उन्हें पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसके बाद पीड़ित ने घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।