BILASPUR. चांटीडीह मेलापारा में शुक्रवार को 742 घरों पर बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान वहां रहने वाले लोगों ने हंगामा कर दिया। पुलिस बल के साथ नगर निगम अमले ने कार्रवाई की। इस दौरान लोगों ने पट्टा होने की बात कहते हुए कार्रवाई करने पर नाराजगी जताई इतना ही नहीं लोगों ने खूब हंगामा भी किया।
बता दें, मेलापारा चांटीडीह से अतिक्रमण हटाने का कार्य सुबह से शाम तक चला। इस दौरान 742 मकानों पर बुलडोजर चलाया गया। निगम प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन ने इसमें साथ दिया। साथ ही दो जेसीबी, पोकलेन, काऊकेचर, 5 टिपर के साथ अमला वहां पहुंचा था। काफी समय से यहां से मकान हटाने की बात चल रही थी लोगों को इसके लिए पहले से ही नोटिस भेजा जा चुका है।
वहीं यहां के मकान के बदले उन्हें शहर के अन्य जगह पर आवास उपलब्ध कराया गया है। इसके बाद भी लोग इस जगह से जाने का नाम नहीं ले रहे थे। जब निगम अमला पहुंचा तो लोग अपने पास पट्टा होने की बात करते रहे और विरोध किया लेकिन निगम अमला मकानों पर बुलडोजर चलाता रहा। इस दौरान कुछ लोगों ने काम में बाधा डालने का प्रयास किया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
30-40 साल से रह रहे लोग
यहां रहने वाले लोग लगभग 30-40 साल से रह रहे थे। शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के उद्देश्य से पहले भी शहर के कई क्षेत्रों में मकान को तोड़कर उन्हें अन्य जगहों पर आवास दिया गया है। ऐसा ही इस क्षेत्र में भी प्रशासन काफी समय से करना चाह रही थी लेकिन लोग सालों से रहने का हवाला देते हुए मकान मिलने के बाद भी नहीं जा रहे थे। यहीं वजह है कि प्रशासन को मजबूरन बुलडोजर कार्रवाई करनी पड़ी।
400 परिवार पहले ही खाली कर चुका है मकान
बुलडोजर कार्रवाई के दौरान ज्यादातर मकान खाली थे। क्योंकि अधिकतर लोग पहले ही उन्हें मिले आवास में शिफ्ट हो चुके है। वहीं 30 से 40 परिवार के लोग यहां से जाने का नाम ही नहीं ले रहे थे। उन्हें मकान खाली करने का समय भी दिया गया था लेकिन माने ही नहीं। अतिक्रमणकारियों के पुर्नवास के लिए शासन ने 4.75 लाख की लागत से बने पक्के मकानों में शिफ्ट किया जा रहा है।