BILASPUR. स्मार्ट सिटी के तौर पर बिलासपुर में जो बदलाव हो रहे हैं वह तो सभी को दिखाई दे रहा है। चाहे डेवलपमेंट की बात हो या फिर साफ-सफाई की सभी में बिलासपुर लगातार सफल हो रहा है। वहीं इस बार बिलासपुर को दिल्ली में टाॅप टेन शहरों में 5वां स्थान मिला है। यह अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने के लिए है। यह न सिर्फ शहर के लिए गौरव की बात है बल्कि प्रदेश के लिए भी सम्मान की बात है।
बता दें, नई दिल्ली में आईएमएएफ 2.0 ट्रिपल सी मैच्योरिटी असेसमिेंट फ्रेमवर्क र आधारित स्मार्ट सिटी के सीईओं कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें सीईओं कांफ्रेंस में किए गए मूल्यांकन के परिणाम घोषित किए गए। इसमें बिलासपुर को रैंकिंग प्रदान कर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एमडी अमित कुमार ने ग्रहण किया। इसमें देश भर के स्मार्ट सिटी का क्वालिटी कंट्रोल आफ इंडिया के द्वारा मूल्यांकन की समीक्षा की गई। इसी के परिणाम घोषित किए गए। परिणामों की घोषणा करते हुए डेटा और तकनीक तथा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बेहतर उपयोग के लिए बिलासपुर को सम्मानित किया गया।
देश के पांच शहरों में शामिल
बिलासपुर का नाम देश के टाॅप पांच शहरों के नाम में शामिल हुआ है। इसमें पहले नंबर पर कर्नाटक का बेलगांवी स्मार्ट सिटी, दूसरे नंबर पर चंड़ीगढ़, तीसरे नंबर पर कनार्टक के तुमकुरु स्मार्ट सिटी, 4थे नंबर पर बैंगलुरु स्मार्ट सिटी और पांचवें नंबर पर बिलासपुर स्मार्ट सिटी शामिल है।
टीम मैनेजमेंट व अंतर्विभागीय समन्वय में प्रथम
बिलासपुर स्मार्ट सिटी को एक और सम्मान मिला है। इसमें वह पहले स्थान पर है। टीम मैनेजमेंट व अंतर्विभागीय समन्वय में देश में पहला स्थान है। बिलासपुर सिटी को स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर कुणाल कुमा ने सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया है।
इन सबसे बढ़ा बिलासपुर का मान
बिलासपुर को न्यायधानी का दर्जा दिया गया है। वहीं शहर छोटा जरूर है लेकिन यहां पर हर वो सुविधा है जो किसी बड़े शहर में होनी चाहिए। खास तौर पर तारबाहर स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की कार्य शैली व व्यवस्था डेटा का उपयोग, तकनीकों का प्रयोग, डेटा और कमांड सेंटर से शहर को लाभ का विस्तार से मूल्यांकन किया गया। इसके अलावा शहर की सेंट्रल लाइब्रेरी ने भी इसमें खास भूमिका निभाई जो एक माॅडल की तरह उभर रहा है।