BALODABAZAR. सरकार की सख्ती के बाद बलौदाबाजार हिंसा मामले में कार्रवाई तेजी से चल रही है। इस बीच, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 30 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक अब तक 150 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पहले सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारियां की गईं अब गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल खंगाले जा रहे हैं।
हिंसा में शामिल लोागों के मोबाइलों के आधार पर बाहरी राज्यों के संगठनों के नाम सामने आ रहे हैं इन संगठनों के सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस निकल चुकी है। पहले आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर गिरफ्तार किया गया, अब उनके मोबाइल नंबर खंगाले जा रहे हैं।
दूसरी ओर, बलौदाबाजार हिंसा मामले में खुद सतनामी समाज भी विरोध में आ गया है। समाज के प्रबुद्धजनों ने रायपुर में बलौदाबाजार की हिंसा की कड़ी निंदा की। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। समाज के बसंत अंचल, एसएम निराला, रिटायर एसपी बंशी लाल कुर्रे, पूर्व न्यायाधीश अग्रलाल जोशी ने कहा- समाज इस घटना से आहत है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि भड़काऊ पोस्ट न करें।
इससे पहले बलौदाबाजार कांड को लेकर भाजपा ने भी जांच कमेटी बनाई है। प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने इस कमेटी से सात दिनों में रिपोर्ट मांगी है। जांच कमेटी में खाद्य मंत्री दयाल दास बगेल, खेलकूद व युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, भाजपा उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, प्रदेश अजा-जजा मोर्चे के अध्यक्ष व पूर्व विधायक नवीन मारकंडेय तथा पूर्व विधायक रंजना साहू शामिल हैं।
बता दें कि सरकार ने बलौदाबाजार एसपी और कलेक्टर का ट्रांसफर के बाद अब दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। शिकायत मिलने पर भी यथोचित कार्रवाई नहीं करने पर तत्कालीन एसपी-कलेक्टर पर यह कार्रवाई इसके अलावा सरकार ने हिंसा मामले पर बड़ा फैसला लेते हुए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है।