RAIPUR. राजधानी रायपुर के बाल संप्रेक्षण गृह से 10 अपचारी बालकों के करार होने का मामला सामने आया है। यह सभी औपचारिक पलक गंभीर मामलों में संयुक्त होने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह में रखे गए थे। एक साथ 10 बालकों के फरार होने से माना बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा में बड़ी सेंध माना जा रहा है। जिसकी वजह से विभाग पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना में स्थित बाल संप्रेक्षण गृह हमेशा सुर्ख़ियों में बना रहता है। आए दिन यहां से अपचारी बालक फरार होते रहते हैं। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच भी नाबालिग आरोपी उन्हें चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है।
इसी कड़ी में एक बार फिर माना बाल संप्रेक्षण गृह के सुरक्षा की पोल खुली है ऐसा इसलिए क्योंकि एक बार फिर माना बाल संप्रेषण गृह से अपचारी बालक फरार हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, माना बाल संप्रेक्षण गृह से 10 अपचारी बालक फरार हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार फरार सभी बालक आज यानी 29 जून को संप्रेक्षण गृह की दीवार फांद कर फरार हुए हैं। सभी अपचारी बालक अलग-अलग गंभीर अपराधों में बाल संप्रेक्षण गृह में बंद थे। सभी अपचारी बच्चे मर्डर, हत्या के प्रयास, चोरी जैसे गंभीर मामलों में लिप्त रहे हैं।फरार अपचारी बच्चों में दो आदतन बदमाश भी शामिल थे।
अपचारी बालकों के फरार होने की खबर मिलते ही मना पुलिस एक्टिव हो गई और फरार बालकों की तलाश में जुट गई है। माना बाल संप्रेक्षण गृह बालकों के भागने का यह कोई नया मामला नहीं है। यहां आए दिन बालक फरार होते रहते हैं। अपचारी बालकों के फरार होने से माना बाल संप्रेक्षण गृह के सुरक्षा की पोल खुली है।
इसके पहले 31 जनवरी 2024 को भी बाल संप्रेक्षण गृह से सात अपचारी बच्चे फरार हो गये थे। घटना की जानकारी के बाद से विभाग में हड़कंप मच गया था। जानकारी के मुताबिक सभी बच्चे खिड़की में लगी ग्रिल को तोड़कर फरार हुए, जो बच्चे फरार हुए हैं।