BILASPUR.बिलासपुर में आदिवासी प्रधान आरक्षक के सुसाइड का मामला गरमाता जा रहा है। घटना को पुलिस अधिकारियों के प्रताड़ना से जोड़ते हुए सर्व आदिवासी समाज लामबंद हो गया है। समाज ने मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई और परिवार को सहायता देने की मांग की है। इसके साथ ही स्थानीय विधायक ने भी न्याय की मांग के साथ सीएम व गृहमंत्री को पत्र लिखा है।
दरअसल, बीते 3 मई को सरकंडा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक लखन सिंह मेश्राम ने आवास पारा मोपका के पास पेड़ में फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया था। घटना के बाद से ही परिजन उसकी खुदकुशी को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे।
परिजनों का कहना था कि, लखन अपने काम को लेकर बीते कुछ दिनों से परेशान था। बड़े पुलिस अधिकारी काम को लेकर उसे लगातार परेशान और प्रताड़ित कर रहे थे। जिससे क्षुब्ध होकर उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया।
परिजनों के इस आरोप के साथ सर्व आदिवासी समाज भी पीड़ित परिवार के साथ अब लामबंद हो गया है। सर्व आदिवासी समाज ने अब मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई और परिवार को सहायता देने की मांग की है।
सर्व आदिवासी समाज का कहना है कि, आदिवासी भाई के साथ निश्चित ही अन्याय हुआ है, जिसके कारण उसने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। ऐसे में आदिवासी हितों को ध्यान में रखते हुए घटना की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की जाए, साथ ही परिजनों को सहायता प्रदान किया जाए।
इसके साथ ही परिजनों ने मामले में स्थानीय विधायक से भी न्याय की गुहार लगाई है। जिसके बाद कोटा के स्थानीय विधायक अटल श्रीवास्तव ने भी न्याय की मांग के साथ सीएम व गृहमंत्री को पत्र लिखा है। इधर, गंभीर आरोपों और घटना को देखते हुए एसपी ने मामले में टीम गठित कर जांच का आदेश दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है, मामले में जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस लिहाज से कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।