NEW DELHI. पीसीसी नेताओं के द्वारा कांग्रेस की पूर्व नेशनल कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा के साथ राजीव भवन में बदसलूकी की गई थी। इस घटना के बाद अब राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के सभी पदों के साथ ही प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया हैं। आज राधिका खेड़ा ने पूरे मामले पर आईबीसी24 से विस्तार से बात की और नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए।
राधिका खेड़ा ने बताया कि इस विवाद के बाद उन्हें प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ छोड़ने को कहा था। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें किसी भी तरह के डिबेट में भी शामिल होने से रोका गया।
राधिका ने खुलासा किया कि अपने साथ हुई बदसलूकी के बाद उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई बड़े नेताओं को फोन लगाया लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया। कई दिनों के गुहार के बाद भी जब किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई तब उन्होंने इस्तीफे पर फैसला लिया।
इससे पहले उन्होंने खुद भी मीडिया से दूरी बनाई थी। राधिका ने साफतौर पर कहा कि ‘उनके खिलाफ साजिश रची गई हैं। अपने साथ हुए घटनाक्रम के बाद जब उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया तब वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उन्हें फोन किया।
राधिका ने यह भी बताया की छग के पूर्व सीम भूपेश बघेल ने उन्हें छत्तीसगढ़ छोड़ देने को भी कहा था। वहीं, राधिका खेड़ा के शराब ऑफर करने और रूम का दरवाजा खटखटाने के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने बयान दिया है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, मेरे खानदान में कभी किसी ने शराब नहीं पी है। कभी राधिका के रूम का दरवाजा नहीं खटखटाया। राधिका के सभी आरोप बेबुनियाद है।
अब राधिका खेड़ा के आरोपों का पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया है। इस दौरान दीपक बैज के साथ कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला भी मौजूद थे। राधिका खेड़ा मामले में बात करते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि,
मैंने इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट AICC को भेज दी है। सुशील आनंद शुक्ला पर क्या कार्रवाई करनी है ये निर्णय पार्टी लेगी। राधिका खेड़ा अभी अशांत हैं इसलिए वो बड़े नेताओं पर आरोप लगा रही हैं।