NEW DELHI/RAIPUR. रायपुर के राजीव भवन में विवाद के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने पार्टी से 5 मई को इस्तीफा दे दिया। इसके दो दिन बाद ही राधिका ने BJP में शामिल हो गई हैं।
राधिका ने भाजपा के दिल्ली मुख्यालय में जाकर पार्टी में प्रवेश लिया। उनके साथ एक्टर शेखर सुमन भी भाजपा में शामिल हुए। शेखर को भी कांग्रेस ने दो चुनाव पहले बिहार में लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था, लेकिन वे शत्रुघ्न सिन्हा से चुनाव हार गए थे।
इस बीच, कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने वकील संदीप दुबे के जरिए राधिका को मानहानि का नोटिस भिजवा दिया है। इसमें उन्होंने राधिका के आरोपों को पूरी तरह भाजपा प्रेरित तथा अपमानजनक करार दिया और कहा है कि राधिका के साथ उनका नार्को टेस्ट करवाया जाए।
इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। गौरतलब है, सुशील ने राधिका के लगातार आरोपों के बाद भी चुप्पी अख्तियार कर रखी थी, लेकिन सोमवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस लेकर राधिका के आरोपों को न सिर्फ झूठ और मनगढ़ंत बताया था, बल्कि मानहानि का नोटिस भेजने की बात भी कही थी। नोटिस मंगलवार को भेजी गई है।
बता दें कि राधिका खेड़ा ने था कहा कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान मुझे सुशील आनंद शुक्ला ने शराब ऑफर की। भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ छोड़ दो। राजीव भवन में मुझे बंद किया गया, मैं चीखती-चिल्लाती, गुहार लगाती रही। मुझे गालियां दी गईं। मैंने ये बात सचिन पायलट, भूपेश बघेल और जयराम रमेश को बताई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
मामले में टीएस सिंहदेव की पहली टिप्पणी
इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि राधिका ने खुद व्यवस्था की एक गलती की। जब हमारे देश के मीडिया अध्यक्ष आ रहे थे तब उनके कार्यक्रमों को गुपचुप तरीके से व्यक्तिगत तौर पर जाकर सारे मीडिया हाउस में समय तय कर लिया।