RAIPUR. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के लगातार हो रहे एनकाउंटर को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। एक तरफ सरकार इसे मजबूत इरादों की जीत बता रही है। वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा है कि एक तरफ बातचीत का ऑफर दिया जाता है। दूसरी तरफ एनकाउंटर किया जाता है। सरकार पहले बताए तो वो चाहती क्या है?
दरअलस, पिछले कुछ महीनों में ही 103 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा कहते हैं अधिकारी तो वही हैं, सिर्फ संकल्प बदल गया है। प्रदेश की भाजपा सरकार हर हाल में प्रदेश को नक्सलमुक्त कर विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसके लिए बातचीत से लेकर कैंप और ऑपरेशन तक के रास्ते खुले हैं। वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी कहा है कि नक्सली या तो सरेंडर करें, या बातचीत कर लें। शांति स्थापित करने के लिए जो भी करना होगा, किया जाएगा।
वहीं, पूर्व मंत्री शिव डहरिया का कहना है कि जब तक पूरी जानकारी सामने नहीं आ जाती, तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता, क्योंकि भाजपा सरकार तो आदिवासियों को भी नक्सली बता कर मार देती है।
पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने सरकार के एक्शन पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि एक तरफ बातचीत का ऑफर दिया जाता है, दूसरी तरफ एनकाउंटर किया जाता है। सरकार पहले बताए तो वो चाहती क्या है।
बता दें बीते दिन बीजापुर में 12 नक्सली ढेर हुए हैं, सभी की पहचान भी कर ली गई है। इसके पहले भी 10 नक्सली और 29 नक्सली ढेर हुए थे। आज भी एक नक्सली मुठभेड़ में मारा गया है। इस प्रकार तीन बड़े मुठभेड़ में ही 50 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं। जिसके बाद से प्रदेश में अब इस पर सियासत शुरू हो गई है।