RAIPUR. छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टेबाजी और भ्रष्टाचार मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है। इस बीच, ईओडब्ल्यू ने जेल में बंद निलंबित सिपाही भीम सिंह यादव और कारोबारी अमित अग्रवाल को नए केस में गिरफ्तार किया है। औपचारिक गिरफ्तारी के बाद दोनों से पूछताछ के लिए उन्हें 4 मई तक रिमांड पर लिया है। अब तक इस मामले में 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
ईओडब्ल्यू ने कोर्ट से प्रोटक्शन वारंट में लेकर भीम सिंह यादव और रायगढ़ के कारोबारी अमिल अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ के लिए 14 दिनों की रिमांड मांगी गई। विशेष अदालत ने दोनों काे 4 मई तक रिमांड दी है। इसी दिन चंद्रभूषण, सतीश और सुनील को भी पेश किया जाएगा।
ईओडब्ल्यू ने देर रात चंद्रभूषण, सतीश और भीम को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। क्योंकि तीनों का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी से सीधा कनेक्शन मिला है। तीनों सीधे बात करते थे। पैसों का लेन-देन भी करते थे।
ईओडब्ल्यू के मुताबिब भीम यादव कई बार दुबई भी गया है। उसका खुद का पैनल भी चलता था। इसमें उसके भाइयों का नाम भी सामने आया था। ईडी के बाद ईओडब्ल्यू ने भी भीम के भाइयों से पूछताछ की है।
सुनील और अमित अग्रवाल को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई। अमित का भाई अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल दुबई शिफ्ट हो गया है। वह प्रमोटरों के साथ रहता है। वहां से अभी भी पैनल चला रहा है।
वहीं, चंद्रभूषण, सतीश और भीम ने अपने बयान में कई पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और नेताओं को पैसा पहुंचाना कबूल किया है। उनके पास किस सिस्टम से पैसा आता था?वे कैसे नेताओं और अधिकारियों के पास पैसा पहुंचाते थे।
इसकी जानकारी दी है। तीनों ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले नामों का खुलासा किया है। तीनों ने बयान दिया है कि कैश में ही लेन-देन होता था। इसलिए लेन-देन का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इस मामले में अबत 70 आरोपी
ईडी ने सट्टेबाजी में मनी लॉड्रिंग और हवाला केस में 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि 70 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल समेत अन्य लोग शामिल हैं।