KAWARDHA. कवर्धा के बाहपानी में भीषण सड़क हादसे में 19 मजदूरों की मौत हो गई थी। अब इस मामले में राजनीतिक शुरू हो गई है। मामले की जांच करने पहुंचे डोंगरगढ़ के कांग्रेस विधायक हर्षिता बघेल ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने गृह मंत्री के जिला में सबसे ज्यादा आदिवासियों की मौत होने के आरोप लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि एक तरफ भाजपा सरकार आदिवासियों के विकास की बात करती है, लेकिन दूसरी तरफ सबसे ज्यादा मौतें आदिवासियों की हो रही है वो भी गृह मंत्री के जिला में। वहीं क्षेत्र के सांसद को 19 आदिवासी मजदूरों के जान से ज्यादा चुनाव ड्यूटी प्यारी है। शायद इसीलिए सांसद संतोष पांडेय घटना के चार दिन बाद भी पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे।
वहीं विधायक हर्षिता बघेल के बयान के कुछ ही घँटे बाद सांसद संतोष पांडेय भी पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव सेमरहा पहुंचे और गहरा दुख प्रकट करते हुए कुछ आर्थिक सहयोग भी दिए। वहीं कांग्रेस विधायक के बयान पर जब सांसद से सवाल किया गया तो उन्होंने सिर्फ दो शब्दों में कहा कि सब जानते हैं।
आपको बता दें कि कवर्धा के बाहपानी में 20 मई को हुए भीषण सड़क हादसे में 19 मजदूरों की मौत के 4 दिनों बाद आज कांग्रेस की जांच टीम पीड़ित परिवार के गांव सेमरहा पहुंची।
जांच टीम का नेतृत्व खुद पीसीसी चीफ दीपक बैज कर रहे हैं। इसके अलावा इस टीम में डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता बघेल, खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा, खुज्जी विधायक भोलाराम साहू, डोंगरगांव दलेश्वर साहू,पंडरिया के पूर्व विधायक ममता चंद्राकर सहित जिला कांग्रेस कमेटी के कई कांग्रेसी शामिल हैं।
इस दौरान पीसीसी चीफ दीपक बैज और पूरी टीम पीड़ित परिवार के साथ बैठकर घटना की जानकारी ली और उनके घर जाकर दुःख जताते हुए कहा कि मृतक के परिवार को सरकार सिर्फ 5 लाख देने की घोषणा किया है। कम से कम 19 परिवार को 20-20 लाख का मुआवजा राशि और परिवार के एक-एक सदस्य को शासकीय नौकरी दिया जाना चाहिए।
इसके अलावा राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरीके की भीषण हादसा रोकने के लिए सरकार के पास कोई प्लांनिग नहीं है। सरकार सिर्फ वसूली मास्टर बनकर रह गयी है।