BHILAI. भिलाई दुर्ग में सुबह से सराफा व्यापारियों के यहां पहुंची एसीबी और ईओडब्लू की टीम शाम तक छापामार कार्रवाई करती रही। इधर आकाशगंगा में सांख्ला ज्वेलर्स और सहेली अलंकरण के यहां दोपहर तक कार्रवाई करने के बाद टीम वापस चली गई। बताया जा रहा है कि ईओडब्लू की टीम अपने साथ कुछ दस्तावेज साथ ले गई है।
इधर, टीम के जाने के बाद दोनों ही ज्वेलर्स के संचालकों ने दुकान खोल ली। वहीं दुर्ग से भी टीम अब रवाना हो चुकी है। इन सभी का नाम शराब घोटाले, ऑनलाइन सट्टा एप और मनी लॉड्रिंग के मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है।
यही वजह है कि प्रकाश सांख्ला के यहां पहले भी ईडी और आईटी की रेड पड़ चुकी है। इधर महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर के घर भी ईओडब्लू और एसीबी की टीम पहुंची थी।
इसके पहले एसीबी ईओडब्ल्यू ने सहेली ज्वेलर्स और अलंकार ज्वेलर्स के संचालक की दुकान और घर पर गुरुवार सुबह दबिश दी। सराफा व्यापारियों के घर पर सुबह-सुबह पड़े इस छापे के कारण हड़कंप मच गया।
एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीमों ने सराफा व्यापारियों के घर पहुंचकर दस्तावेजों की पड़ताल की। इस दौरान संदिग्ध ट्रांजेक्शन को लेकर सराफा व्यापारियों से पूछताछ की।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप मामले में ईओडब्ल्यू की टीम ने राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में कार्रवाई करनी शुरु की है। इसी कड़ी में रायपुर के अलावा टीमें दुर्ग भिलाई, बिलासपुर,राजनांदगांव और कांकेर में कई जगहों पर दबिश दे रहीं हैं। ईओडब्ल्यू के अफसरों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भी मौजूद हैं।