RAIPUR. महादेव बेटिंग एप के मामले में वांटेड अभिनेता साहिल खान को बस्तर से एसआईटी की टीम ने गिरफ्तार किया है। लगातार साहिल खान महादेव बेटिंग एप मामले में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना होते हुए जगदलपुर पहुंचे थे। इस पर अब प्रदेश में फिर से सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने उल्टा भाजपा पर ही सट्टा को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
महादेव एप पर अभिनेता शाहिल खान की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के संरक्षण में महादेव एप आज भी चल रहा। भाजपा महादेव एप को बंद नहीं करना चाहती। छिटपुट कार्यवाहियाँ कर के भाजपा के नेता बयानबाजी करते है हकीकत यह है कि आज भी महादेव एप चालू है। उसको केन्द्र, राज्य का संरक्षण मिला हुआ है।
केन्द्र के संरक्षण से महादेव सट्टा एप चल रहा है। प्रदेश में और केंद्र में भाजपा की सरकार है। डबल इंजन की सरकार है। सरकार को चार महीने हो गये महादेव एप क्यों बंद नहीं किया जा रहा है? क्यों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर और शुभम सोनी को गिरफ्तार करके हिन्दुस्तान नही लाया जा रहा है। शुभम सोनी का वीडियो भाजपा ने अपने ऑफिशियल हैंडल से अपने प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता करके जारी किया था। भाजपा बताएं कि उसके पास यह वीडियो कहां से आया था?
वहीं इस मामले में पीसीसी चीफ बैज ने कहा कि भाजपा को चुनाव के समय ही एप याद आता है अगर घोटाला हुआ है तो सरकार ने महादेव सट्टा एप बंद क्यों नहीं किया। भाजपा को इस एप से चुनावी चंदा तो नहीं आ रहा ? हिम्मत है महादेव सट्टा एप को भाजपा बंद करें। चुनावी लाभ के लिए दूसरों पर आरोप लगाना ये भाजपा से सीखना चाहिए।
बता दें कि अभिनेता साहिल खान पर आरोप है कि महादेव ऐप मामले में ईडी ने भी मामला दर्ज कर रखा है और छत्तीसगढ़ में इस मामले में कई बड़े नाम शामिल हैं। महादेव ऐप से ही मिलते जुलते ही ऐसे एप होने के मामले को लेकर मुंबई में मटुंगा पुलिस थाने में साहिल खान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उसे मिलते-जुलते ऐप को बनाने और उसे प्रमोट करने के मामले में साहिल खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस एफआईआर के खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट में साहिल खान ने अपील की थी लेकिन यहां भी राहत नहीं मिलने पर वह फरार हो गए थे।
जिसके बाद मुंबई पुलिस द्वारा गठित एसआईटी द्वारा लगातार उनका पीछा किया गया और करीब दो दिनों के बाद जगदलपुर से उन्हें गिरफ्तार किया गया। मुंबई पुलिस उन्हें वापस मुंबई लेकर चली गई है।