PENDRA. राज्य में भाजपा सरकार के आने के बाद कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं सहित अन्य पर हुयी एफआईआर से चुनाव में होने वाले प्रभाव के सवाल पर देवेंद्र यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि लोकसेवकों पर एफआईआर के पहले नियमों का पालन ही नहीं किया गया। राज्यपाल की अनुमति भी नहीं ली गयी, एफआईआर में भेदभाव किया।
उन्होंने कटाक्ष करते हुये कहा कि चिंतामणि महाराज जोकि भाजपा में चले गये उनको वाशिंग मशीन में डाला गया और फिर भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी बना दिया गया। देवेन्द्र यादव ने कहा कि ईडी की लड़ाई मैं बहुत समय से लड़ रहा हूं।
मैं कभी हताश नहीं हुआ क्योकि हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होने खुद के बाहरी होने के आरोप को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि भाजपा पहले अपने कोरबा की प्रत्याशी सरोज पांडेय को देखें क्या वो स्थानीय हैं या फिर कहां की है फिर हम पर कोई आरोप लगाएं।
बिलासपुर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र यादव आज चुनावी दौरे पर जनसंपर्क करने के लिये गौरेला पेंड्रा के दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होने पेंड्रा और गौरेला में जनसंपर्क किया। साथ ही वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के घर जाकर मुलाकात भी किया।
गौरेला में कांग्रेस की सभा को संबोधित करते हुये उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की। सभा के दौरान लाइट गुल हो गयी थी, जिसे लेकर देवेन्द्र यादव ने प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा।
इस दौरान उनके साथ कोटा विधायक और साल 2019 में बिलासपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे अटल श्रीवास्तव भी उनके साथ थे। दोनों ही नेताओं ने इस दौरान कृष्ण भगवान की फोटोयुक्त गमछा धारण किया हुआ था।
इसे लेकर बाद में मीडिया से बात करते हुये उन्होने कहा कि गांधी जी की हत्या जब हुयी थी, तब उन्होने हे राम कहा था । तब उस समय जिन्ना ने यह कहा था कि हिंदुओं के सबसे बड़े नेता की हत्या हुयी है। इसलिये हमारी पार्टी वैचारिक रूप से हर जाति धर्म से प्रेम करती है। हमारा धर्म किसी को तोड़ना नहीं सिखाता। लोगों को जोड़ना अपनाना और सम्मान करना सिखलाता है।