BILASPUR.ट्रेन में अक्सर ही चोरी की घटनाएं होती रहती है। यहीं वजह से है कि लोग चोरी जैसी घटनाओं से बचने के लिए एसी कोच में सफर करते है लेकिन एसी कोच में भी चोर धावा बोल चोरी को अंजाम दे रहे है। मेल व शालीमार के एसी कोच से 11 लाख की चोरी का मामला सामने आया है। इसमें नकद के साथ ही सोने व चांदी के गहनों पर भी चोरों ने हाथ साफ किया है।
बता दें, शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस व हावड़ा मुंबई मेल के एसी कोच में चोरों ने तीन यात्रियों को निशाना बनाया। गहने व नकद मिलाकर कुल 11 लाख 40 हजार रूप्ए की चोरी हुई। यात्रियों ने इस घटना की रिपोर्ट रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर जीआरपी थाने में दर्ज की।
यह घटना रायगढ़ से बिलासपुर के सफर के दौरान की है। इसलिए रायपुर जीआरपी ने शून्य में अपराध दर्ज कर केस डायरी बिलासपुर जीआरपी थाने को भेजी। अपराध कायम कर जीआपी ने जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक निकेट लेख एवेन्यु काके रोड रांची झांरखंड निवासी मधुसुदन अग्रवाल 18050 शालीमार-कुर्ला एक्सप्रेस के ए-1 कोच की बर्थ नंबर 39, 31, 1, 3, 4, 12 व 6 परिवार के साथ राऊरकेला से रायपुर के लिए यात्रा कर रहे थे।
रायपुर में उनकी बेटी रहती है। यहां कुछ नेंगचार का कार्यक्रम था। बिलासपुर से ट्रेन रवाना होने के बाद सुबह 7.10 बजे देखा तो सीट नंबर 31 के नीचे रखा काले रंग का सूटकेश नहीं था।
जिसे कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया था। सूटकेश के अंदर कपड़े के अलावा सोने की दो चूडी, एक हीरे का नेकलेश, हीरे की कान की बालियां व अंगूठी, सोने की एक चेन, कान की बाली, अंगूठी सहित छह लख 10 हजार रूपये के गहने रखे थे। इस घटना की जानकारी उन्होंने तत्काल टीटीई को दी। इसके अलावा 139 हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कराई।
दूसरी घटना शालीमार एक्सप्रेस की जिसमें झारखंड सराईकेला निवासी संजय कुमा चैधरी एसी कोच की बर्थ 38, 40, 41व 42 में स्वजनों के साथ टाटानगर से रायपुर के लिए यात्रा कर रहे थे। दोनों ट्राली बैग वह बर्थ 37 के नीचे रखे हुए थे। जब ट्रेन झारसगुड़ा पहुंच तो उनकी आंख लग गई। बिलासपुर रेलवे स्टेशन आंख खुली तब बैग वहांनहीं था। बैग में कपड़ों के अलावा 5 लाख रूपये नकद रखे हुए थे।
मामले की शिकायत रापुर जीआरपी में दर्ज कराई। इसी तहर हावड़ा मुंबई मेल में पश्चिम बंगाल के बांकुरा निवासी अरूणगदास सासु मां का इलाज कराने मुंबई जा रहे थे। उनका भी बैग चेन बांधकर रखा हुआ था। सुबह नींद खुली तो चोर ले उड़े थे बैग को। बैग में 20 हजार नकद व 30 हजार का समान था।