MAHASMUND. महासमुंद जिले मे नागरिकों को अब पुलिस पर भरोसा नहीं रहा । महासमुंद जिले में दिन-दहाड़े बढ़ती चोरियों के चलते अब गांवों में मुनादी भी होने लगी है। इसमें कहा जा रहा है कि लोग अपने घर और सामान की रक्षा स्वयं करें । गांवों में हो रही मुनादी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। हालाकि जब मीडिया ने सवाल पूछा तो पुलिस कार्यवाही की बात कर रही है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमा पर बसा है ग्राम पटपरपाली । कोमाखान थाना क्षेत्र का यह गांव और इसके आसपास के ग्राम लगातार दिन दहाड़े हो रही चोरियों से बेहद परेशान हैं।
क्षेत्र के गांवों में लगातार घरों से दिन-दहाड़े नगद राशि, सोने-चांदी के जेवरात, मोबाइल से लेकर खेतों में लगे बोरवेल्स के मोटर पंप जैसे छोटे से लेकर बड़े सामानों की चोरियों में काफी इजाफा हुआ है ।
अधिकांश ग्रामीण सामांनो के बिल नहीं होने के चलते थाना में मौखिक और कुछ लिखित शिकायत भी करते हैं, लेकिन होता कुछ भी नहीं। पुलिस के रवैये से परेशान ग्रामीण अब गांवों में मुनादी का सहारा ले रहे हैं ।
ग्राम पंचायत पटपरपाली के सरपंच राजेंद्र शर्मा और ग्रामीणों का कहना है कि अब चोरियों से बचने के लिए अंतिम उपाय के रूप में मुनादी ही करा रहे हैं ।
पुलिस से निराश होने के बाद चोरियों से बचने के लिए ग्रामीणों द्वारा मुनादी कराना पुलिस पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है। मीडिया के इस सवाल पर आला पुलिस अधिकारी अब कार्यवाही की गाथा सुना रहे हैं ।
आकाश राव गिरपुंजे, एडिशनल एस पी महासमुंद ने कहा कि जल्द ही चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी।
वहीं पुलिस के सुस्त रवैये से चोरों के हौसले बुलंद है और ग्रामीणों में हताशा है। सुर्खियों में आए इस गांव में मुनादी के बाद पुलिस कितना सुधार लाती है, इसका इंतजार सभी को है ।