BILASPUR. जिले के एक पटवारी का तबादला कलेक्टर ने किया था। पटवारी अपना तबादला रूकवाने के लिए मंत्री के पास पहुंच गया। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने पटवारी को जमकर फटकार लगाई। वहीं कलेक्टर के माध्यम से पटवारी को नोटिस जारी किया गया।
बता दें, बिलासपुर जिले के पटवारी आलोक तिवारी का ट्रांसफर मोपका से बेलगहना कर दिया गया है। ट्रांसफर को रूकवाने के लिए पटवारी राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से मिलने रायपुर स्थित उनके बंगेल पहुंच गया।
समक्ष अधिकारी से अनुमति लिए बगैर मुलाकात के सीधे मंत्री के सामने पहुंच गए। मंत्री ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कलेक्टर को पटवारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने जारी किया नोटिस
बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने पटवारी के इस हरकत के बाद मामले को संज्ञान में लिया और पटवारी के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया। जिसमें 24 घंटे में जवाब तलब किया है।
29 फरवरी को जारी हुआ था तबादला आदेश
कलेक्टर अवनीश शरण ने बीते 29 फरवरी को जिले के पटवारियों का तबादला आदेश जारी किया था। इसमें पटवारी आलोक तिवारी का तबादला बेलगहना तहसील के हल्का बहेरामुडा कर दिया था।
उसी दिन उन्हें बहेरामुड़ा में ज्वाइनिंग देने के लिए भारमुक्त कर दिया गया। भारमुक्ति उपरांत पटवारी तिवारी अपने नवीन पदस्थापना स्थल पर न जाकर सीध राजस्व मंत्री से मिलने रायपुर पहुंच गया। अपना तबादला मोपका के बाहर नहीं करने की गुहार लगाई।
सक्षम अधिकारी से नहीं ली थी अनुमति
विभागीय मंत्री से मिलने के लिए पटवारी ने सक्षम प्राधिकारी से अनुमति नहीं ली थी। मंत्री ने पटवारी की इस हरकत पर गहरी नाराजगी जताई। सिविल सेवा आचरण नियमों के विपरित बताया और कलेक्टर को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कलेक्टर ने भी नोटिस जारी कर एक्शन लिया।