RAIPUR. छत्तीसगढ़ से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आयी है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव बैटिंग ऐप से प्रोटेक्शन मनी के तौर पर 508 करोड़ रुपए लेने के आरोप में ईओडब्लू और एसीबी विंग ने एफआईआर दर्ज की गई है।
इसके बाद से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। इस मामले पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने शाम 6 बजे राजीव भवन में प्रेस वार्ता करने की बात कही है।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का अभी बीते दिन ही ऐलान किया था। जिसके बाद से सियासी गलियारों में पहले से ही सरगर्मी बढ़ी हुई थी।
वही अब छत्तीसगढ़ में एक अन्य मामले को लेकर बवाल मच गया है। दरअसल पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि भूपेश बघेल के खिलाफ महादेव बैटिंग ऐप से 508 करोड रुपए लेने के मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है।
बताया जा रहा है कि भूपेश बघेल के खिलाफ प्रोटेक्शन मनी के तौर पर 508 करोड़ रुपए लेने के आरोप में ईओडब्लू और एसीबी विंग में एफआईआर दर्ज की गई है। भूपेश बघेल पर आरोप है कि उन्होंने महादेव बैटिंग ऐप के मालिक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर को प्रोटेक्शन देने के नाम पर 508 करोड़ रुपए लिए हैं।
हालांकि ये मामला विधानसभा चुनाव 2023 से पहले सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं ने खंडन किया था। साथ ही ये भी कहा था कि अगर भूपेश बघेल पर आरोप लग सकते हैं तो भाजपा नेताओं पर भी आरोप लगाए जा सकते हैं। किसी के आरोप के आधार पर केस दर्ज नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि ईडी ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि भूपेश बघेल और उनके सरकार के कई मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों को महादेव बैटिंग ऐप ने करोड़ों रुपये प्रोटेक्शन मनी दिया है। ईडी ने सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के एक आदमी असिम दास को विधानसभा चुनाव की विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के बाद 3 नवम्बर को रायपुर की एक होटल की पार्किंग से गिरफ्तार किया था। इस दौरान दास की गाड़ी और घर से पौने तीन करोड़ रुपए बरामद किए थे। असीम दास ने अपने बयान में कहा कि ये पैसे किसी भूपेश बघेल को देने आया था। इसी दौरान असिम दास ने यह खुलासा किया था कि वो अब तक 508 करोड़ रुपए भूपेश बघेल को पहुंच चुका है।
बता दें कि भूपेश बघेल को कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 में राजनांदगांव सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में चुनाव से ऐन पहले उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाने से उनकी मुसीबतें बढ़ सकती है। हो सकता है भूपेश बघेल को पूछताछ के लिए भी बुलाया जा सकता है। या फिर उन्हे गिरफ्तार भी किया जा सकता है।