BHILAI. भिलाई शहर में प्रतिभा की कमी नही है। यह इस्पात संयंत्र नगरी कलाकारों और प्रतिभावान लोगों से भरी हुई है। आए दिन शहर से जुड़ा कोई न कोई व्यक्ति भिलाई का नाम देश दुनिया में रोशन कर रहा है। इसी बीच भिलाई के बॉडी बिल्डर कृष्णा साहू भी चर्चा का विषय बने हुए है।
दरअसल, कृष्णा साहू अंतर्राष्ट्रीय पॉवर लिफ़्टर एवं बॉडी बिल्डर है। उन्होंने 21 वर्षों बाद पॉवर लिफ़्टिंग में पुनः स्वर्ण पदक पाकर जीत का परचम लहराया है। 21 सालों बाद भी उसी जोश, जुनून और जज्बे ने कृष्णा को यह जीत दिलाई है। 1 से 3 मार्च तक बीआईटी कॉलेज दुर्ग में 27वी छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर लिफ़्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें कृष्ण ने मास्टर वर्ग में भिलाई इस्पात संयंत्र टीम की तरफ़ से भाग लेते हुए बेंचप्रेस में 90 किलो तथा डेडलिफ्ट में 160 किलो, कुल 250 किलो लिफ्ट कर 2-स्वर्ण पदक जीतने में सफलता पाई है ।
अन्य उपलब्धियां
* वर्ष 1985 से अभी तक मध्यप्रदेश शासन द्वारा विक्रम अवार्ड (1992)
* छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शहीद गुंडाधुर अवार्ड (2002)
* वीर हनुमान सिंह अवार्ड (2016) तथा मिस्टर इंडिया 1989
* स्ट्रॉंग मेन ऑफ़ इंडिया (1990) में खेल पुरस्कार प्रदान किया गया है
* 15 बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में कुल 7 रजत व कास्य पदक
* भारतीय टीम के प्रशिक्षक, निर्णायक व जूरी प्रमुख
कृष्णा को भिलाई इस्पात संयंत्र से निरंतर सहयोग मिलता रहा है।वर्ष 1987 में बीएसपी ने कृष्णा साहू को खेल कोटें में नौकरी प्रदान कर सेवा करने का अवसर दिया। इन तमाम उपलब्धियों पर कृष्णा साहू को शपथ फाउंडेशन द्वारा भिलाई रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है ।
कृष्ण ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरुओं तथा परिवार वालो को दिया है। कृष्णा साहू ने अपने गुरु स्वर्गीय विजय हिंदुस्तानी, एवन जैन, सुखलाल जंघेल, स्वर्गीय जीपी शर्मा (पूर्व इंटक महासचिव, बीएसपी), भिलाई इस्पात संयंत् प्रबंधन, छत्तीसगढ़ शासन, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ, छत्तीसगढ़ पॉवर लिफ़्टिंग संघ के पदाधिकारियों, पॉवर लिफ़्टरो एवं अपने परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया है ।