RAIPUR. छत्तीसगढ से होकर की जा रही गौ तस्करी के एक बड़े मामले का भंडाफोड हुआ है। बीती रात एक बड़े से कंटेनर में ठूंस ठूंस ले जा रहे 84 गो वंशियों को तस्करों के हाथों से गोवंश रक्षकों ने छुड़ाया है। लेकिन तब तक 13 गोवंशियों की मौत हो चुकी थी। उसके बाद स्थानीय लोगों के विरोध से लेकर कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय के चक्काजाम और फिर विधानसभा तक में इसकी गूंज सुनाई दी।
राजधानी रायपुर के जोरा स्थित गोठान की खबर है, जहां गो तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गोवंश नजर आ रहे हैं, लेकिन इन्हीं में शामिल 13 गोवंश की किस्मत उतनी अच्छी नहीं निकली। एक कंटेनर में ठूंस ठूंस कर 84 गोवंशों को भर दिया गया, जिसके चलते 13 को दम घुट कर मौत हो गई।
दरअसल, यहां काम करने वाले गोवंश रक्षकों को खबर लगी कि कंटेनर में भर कर गोवंशों को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है। एक तरफ सिमगा से गोवंश रक्षकों ने पीछा शुरू किया आगे दुर्ग के गोरक्षक भी निकल गए। अपने को घिरता देख तस्कर गाडी छोड़कर फरार हो गए। कंटेनर गाड़ी में भी फर्जी नंबर लगाया गया था। फ्लिप कर कभी नंबर केरल पासिंग का कर दिया जाता, कभी तेलांगाना की।
गोरक्षक पुलिस के संरक्षण में गौतस्करी का आरोप लगा रहे हैं। वो रायपुर के कई गौ तस्कर का नाम बताते हैं और उऩसे जान को भी खतरा बता रहे हैं। पूरे मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय भी कूदे। पहले तो सड़कजाम कर विरोध जताया फिर आमानाका थाने जाकर तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इस मुद्दे की गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी। कांग्रेस विधायकों आरोप लगाया कि सरकार गोवंशों की रक्षा नहीं कर पा रही है। गोहत्या बंद होनी चाहिए।
गोवंशों की रक्षा के लिए गौ सेवा आयोग है जिस पर सालाना 300 करोड़ से ज्यादा खर्च होते हैं। पूर्व की सरकार ने 1100 करोड़ खर्च कर गोवंशों की रक्षा के गोठान बनाए थे। गाय, गोबर, गोवंश पर केंद्रित राजनीति होती रही। भाजपा सरकार तो घोषित तौर पर गाय को माता मानने वाली पार्टी है,
फिर भी ना तो तब गोवंशों की तस्करी रुकी और ना ही अब। लेकिन सवाल है कि पिछले पांच सालों में जो सरकार गाय-गोबर-गोवंश के संरक्षण की राजनीति करती रही, और मौजूदा सरकार की यूएसपी ही गोमाता की सेवा संरक्षा है तो फिर बूचड़खाने तक गोवंशों के जाने का सिलसिला क्यों जारी है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा-यह देखकर दुख हो रहा है
इस मामले पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि ‘बहुत दुख हो रहा है यह दृश्य देखकर, सूचना मिली है कि रायपुर में हीरापुर के पास ग्रामीणों ने एक ट्रक पकड़ा है जिसमें लगभग 100 गायें थी। पता चला है 13 गायों की मृत्यु हो चुकी है। भाजपा की सरकार आते ही तस्करी और गौ माता पर अत्याचार का सिलसिला फिर शुरू हो गया। इन तस्करों के गिरोह और शासन में बैठे गौ हत्यारों को सामने आकर जवाब देना होगा।