RAIPUR. विधानसभा में एक बार फिर साधराम यादव हत्याकांड का मामला गूंजा। यह मुद्दा सदन में शून्यकाल के दौरान विधायक देवेंद्र यादव ने उठाया। इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कांग्रेस के विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में उतर गए। इसके साथ ही विधायक निलंबित हो गए। हालांकि आसंदी ने निलंबन रद्द कर दिया
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साधराम यादव की हत्या की सही जांच नहीं की गई है और न ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा मिला। इस दौरान रामकुमार यादव, देवेंद्र यादव, द्वारिकाधीश यादव, विक्रम मंडावी और अनिला भेड़िया ने भी उचित कार्रवाई की मांग करते हुए सीबीआई जांच की मांग दोहराई।
स्पीकर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि गृहमंत्री ने इस विषय पर कल ही सदन में स्पष्ट जवाब दे दिया है। इस विषय में आगे भी सदस्यों को अपनी बात कहने का मौक़ा मिलेगा। भूपेश बघेल ने कहा कि यह गंभीर मामला है। सीबीआई जांच की घोषणा की जानी चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जो लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, उन्हें ख़ुद सीबीआई पर भरोसा नहीं है।
इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि सीबीआई को बैन हमने नहीं किया था। हमारे से पूर्व की सरकार ने ये व्यवस्था कर ली थी। हम जब आये तब हमने सिर्फ़ नोटिफ़िकेशन जारी किया था। आज भाजपा सत्ता में है, लेकिन अब तक सीबीआई की एंट्री को लेकर नोटिफ़िकेशन जारी नहीं किया है। सरकार की अनुमति से किसी जांच पर राज्य की सहमति पहले भी थी।
बता दें कि 20 फरवरी को विधायक देवेंद्र कवर्धा लालपुर गांव पहुंच मृतक साधराम के परिजनों से भेंट कर उनकी मांगे सुनी थी। इस दौरान हुई समाज की बैठक के दौरान आवश्यक फैसलों के साथ ही विधायक देवेंद्र ने सदन में मुद्दा उठाने की बात कही थी। विधानसभा की कार्रवाई पूर्ण होने के उपरांत विधायक देवेंद्र अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ कवर्धा पहुंचेंगे।