RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रश्नकाल में फिर गोमर्डा अभयारण्य में बाघ की मौत का मामला गूंजा । नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने प्रश्नकाल के माध्यम से एक बार फिर से यह मामला उठाकर इस मामले में दोषी वन अधिकारियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग की ।
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूछा कि गोमर्डा अभयारण्य में बाघ की मौत कैसे हुई ? वन विभाग को कब मौत की जानकारी मिली ?
वनमंत्री केदार कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्युत तार की चपेट में आकर बाघ की मौत हुई है । जंगली सुअर के शिकार के लिए तार बिछाया गया था । 16-18 जनवरी के बीच बाघ की मौत हुई और इसकी जानकारी 19 जनवरी को मिली ।
नेता प्रतिपक्ष के सवाल की स्पीकर ने सराहना की । रमन सिंह ने कहा कि चरणदास महंत मूक पशुओं की भी चिंता करते हैं । वहीं धर्मजीत सिंह ने कहा की चरणदास महंत को मूक पशुओं से प्रेम है । इन्हें विद्याचरण शुक्ल की तरह शेर पालना चाहिए । चरणदास महंत ने कहा- मेरा राजपरिवार से संबंध नहीं, मैं शेर नहीं पालना चाहता ।
इस मामले में चरणदास महंत ने आरोप लगाया कि वन विभाग गलत जानकारी दे रहा है । ट्रेप कैमरे से लगातार बाघ की निगरानी की गई ।महंत ने कहा कि मंत्री ने इस मामले में न्यायिक जांच की बात कही थी ये बताएं जांच में क्या हुआ है? वे इस बात पर अड़े रहे । मंत्री ने कहा कि इस मामले में क्रिमिनल केस चल रहा है उस पर न्यायिक जांच की बात कही थी ।