BILASPUR. कोटा क्षेत्र में किराए के दुकान को खुद का बताकर किराएदार के द्वारा बेचने का मामला सामने आया है। जिसमें जूना बिलासपुर के दुकान को मीना गुप्ता को किराए पर दिया था लेकिन उस दुकान को उसके परिवार ने अपना बताकर बेच दिया। जानकारी मिलने पर इसकी शिकायत की गई। मामला हाईकोर्ट में चला जिसमें दुकान के मालिक संतोष कुमार तिवारी के पक्ष में फैसला आया। जिसके बाद महिला समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया।
बता दें, कोटा क्षेत्र के सोनपुरी में रहने वाले संतोष कुमार तिवारी ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी जूना बिलासपुर में दुकान है। दुकान को उन्होंने मीना गुप्ता और उनके परिवार को किराए पर दिया था। दुकान के संबंध में हाईकोर्ट में मामला चला है।
इसमें उनके पक्ष में फैसला आया और कोर्ट ने दुकान खाली कराने के लिए कहा। भाड़ा नियंत्रक को आदेशित किया है। न्यायालय के आदेश के बाद भी मीना बाई और स्वजन ने किराए की राशि नहीं दी। इसके बाद दुकान मालिक संतोष तिवारी ने भाड़ा नियंत्रक के समक्ष दुकान खाली कराने आवेदन प्रस्तुत किया।
यह आवेदन अभी लंबित है। इस बीच मीना बाई और उसके स्वजन अजय गुप्ता, राजेश गुप्ता, सत्यनारायण गुप्ता, रानी गुप्ता, अर्चना गुप्ता, उमा गुप्ता, जानकी बाई केशरवानी ने जमीन को लक्ष्मण सिदारा के पास बेंच दी। दुकान मालिक ने कोर्ट के आदेश, भाड़ा नियंत्रण प्राधिकारी के आदेश की कापी और रजिस्ट्री पेपर के साथ कोतवाली थाने में शिकायत की है। जांच के बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
फर्जी कागज बनाया
दुकान को बेचने के लिए किराएदार मीना गुप्ता व उसके स्वजनों ने फर्जी कागज तैयार कराया और फिर उसे लक्ष्मण सिदारा को बेंच दी। बाद में इस बात का खुलासा हुआ।