BILASPUR.कोटा क्षेत्र के गनियारी में सरपंच की दबंगई देखने को मिली। जिसने न सिर्फ आरक्षक को गाली-गलौच कर धमकी दी बल्कि आरक्षक की पिटाई भी कर दी। आरक्षक डायल 112 में पदस्थ है और वह गांव में मारपीट में घायल को अस्पताल ले जा रहा था। इस दौरान सरपंच अपने साथियों के साथ पहुंचा और जान से मार देने की भी बात कहीं। जिसकी जानकारी आरक्षक ने विभाग में दी। जिसके बाद सरपंच पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
बता दें, कोनी थाने में पदस्थ आरक्षक नरेन्द्र सिंह ध्रुव डायल 112 में पदस्थ है। गुरूवार की रात वह अपनी ड्यूटी पर था। उसे ग्राम गनियारी में मारपीट की सूचना मिली। इस पर वह वाहन लेकर गांव पहुंच गया। फोन करने वाली जामबाई ने बताया कि गांव के आनंद ने नाली विवाद को लेकर उसके घर के पास आकर गाली-गलौज करते हुए मारपीट की है। आरक्षक नरेन्द्र सिंह आसपास के लोगों से पूछताछ की।
इसके बाद वह आरोपित आनंद के घर पहुंचा। आरोपित के नहीं मिलने पर उसने पीड़ित महिला को इसकी शिकायत थाने में कहने की बात कहकर उसे अपने साथ ले जाने लगा। गांव के स्कूल के पास सरपंच जितेन्द्र राज और उसके साथियों ने डायल 112 के वाहन को रोक लिया। सरपंच और उसके साथियों ने पीड़ित को वाहन से उतारने के लिए कहा। सरपंच ने आरोपित को लेकर थाने जाने की बात कहीं।
मना करने पर सरपंच और उसके साथियों ने आरक्षक से बहस बाजी करते हुए अपनी ताकत दिखाने का प्रयास व मारपीट की। आरक्षक ने ऐसा न करने को कहा तो उन लोगों ने वाहन में तोड़-फोड़ कर दी। किसी तरह आरक्षक वहां से भागकर कोटा थाने पहुंचा। आरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, मारपीट और तोड़-फोड़ का मामला दर्ज किया है। पुलिस इसकी जांच में भी जुट गई है।