RAIGARH. रायगढ़ लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस को इस बार बेहद मजबूत चेहरे की तलाश करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस पिछले 25 सालों से जीत हासिल नहीं कर पाई है। हर बार चेहरे बदलने के बाद भी कांग्रेस को इस सीट पर लगातार पराजय का सामना करना पड़ा है। ऐसे में इस सीट पर जहां प्रत्याशी तय करने को लेकर असमंजस में है। तो वहीं भाजपा जीत को लेकर उत्साह से लबरेज है।
रायगढ़ लोकसभा सीट इस बार प्रदेश की हाट सीटों में शुमार हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट से चार बार सांसद रह चुके विष्णुदेव साय न सिर्फ प्रदेश के सीएम बन चुके हैं बल्कि ये उनका गृह क्षेत्र भी है। ऐसे में ये सीट सीएम विष्णुदेव साय की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है। इस सीट के पिछले चुनावी आंकडों पर नजर डालें तो तो भाजपा को इस सीट से लगातार जीत मिलती रही है। 1999 से लेकर आज पर्यन्त तक हुए पिछले पांच चुनावों में भाजपा को जहां जीत मिलती रही है तो वहीं कांग्रेस को इस सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है।
खास बात ये है कि कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए जातिगत समीकरणों को साधने के साथ ही साथ कई विधायकों को भी मौका दिया है। इस सीट पर लैलूंगा विधायक हृदयराम राठिया, पत्थलगांव विधायक रामपुकार सिंह की बेटी आरती सिंह, धरमजयगढ विधायक लालजीत सिंह राठिया जैसे कद्दावर चेहरे कांग्रेस से अपनी किस्मत आजमाने के बाद नाकामयाब हुए हैं। ऐसे में इस चुनाव में कांग्रेस इस सीट पर फतेह हासिल करने योग्य चेहरे की तलाश कर रही है। खास बात ये है कि कांग्रेस को अब तक इस सीट पर जीतने योग्य कोई बड़ा चेहरा नहीं मिल पाया है।
राजनैतिक विश्लेषक पीआर रजक का कहना है कि प्रदेश में जिस तरह से बहुमत के साथ भाजपा आई है और देश में जिस तरह से मोदी की लहर है। ऐसे में इस सीट पर जीत हासिल करना कांग्रेस के लिए इस बार भी आसान नहीं होगा। इधर भाजपा खेमे में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की कतारें लग चुकी हैं। भाजपा इस सीट से जीत को लेकर उत्साहित है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा, विवेक रंजन सिन्हा का कहना है कि चेहरा कोई भी हो लेकिन इस चुनाव में भी भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
इधऱ कांग्रेस इस बात को स्वीकार कर रही है कि पिछले चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने इन्हीं वजहों से हर बार नए चेहरे को मौका दिया है। इस बार भी पार्टी ऐसे चेहरे को मौका देगी जो कि हर दृष्टिकोण से पार्टी के क्राइटेरिया में फिट बैठता हो। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के पास पांच सालों की कोई उपलब्धि नहीं रही है। केंद्र के रवैये को लेकर लोगो में नाराजगी है। लिहाजा इस चुनाव में जनता कांग्रेस पर भरोसा जताएगी।