BILASPUR. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिलासपुर संभाग पर कांग्रेस का विशेष फोकस है। इसे लेकर कांग्रेस ने रोडमैप बनाना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए कांग्रेस लोकसभा चुनाव की बुनियाद को मजबूत करना चाहती है। इसके लिए खास तौर पर बिलासपुर संभाग की चार लोकसभा सीटों पर राहुल गांधी के न्याय यात्रा को ले जाने की तैयारी है।
दरअसल, आगामी दिनों में लोकसभा चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस को बिलासपुर संभाग से बड़ी उम्मीद है। एकबार फिर कांग्रेस और भाजपा चुनाव में आमने- सामने होंगे। दोनों दलों के सामने ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने की बड़ी चुनौती होगी। ऐसे में अभी से लोकसभा चुनाव में जीत का रोडमैप बनाने का काम शुरू हो गया है। कांग्रेस इसके लिए अपने मजबूत गढ़ को और मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है।
बिलासपुर संभाग की चार सीटों पर न्याय यात्रा ले जाने का रोडमैप
इसी कड़ी में कांग्रेस का फोकस बिलासपुर संभाग पर है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां 24 विस सीटों में से 13 सीटों पर जीत दर्ज किया है। यही नहीं जांजगीर, सक्ति और रायगढ़ जैसे जिलों में कांग्रेस मजबूती से जीत दर्ज करने में कामयाब रही है।
लिहाजा कांग्रेस का खास फोकस बिलासपुर संभाग पर है, ताकि संभाग के चार लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के पक्ष में परिणाम लाया जा सके। कांग्रेस इसके लिए राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय पदयात्रा को आधार बनाना चाहती है। जिसके लिए कांग्रेस ने खास तौर पर बिलासपुर संभाग के चार लोकसभा सीटों पर राहुल गांधी के न्याय यात्रा को ले जाने का रोडमैप तैयार किया है।
बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों को उठाएगी कांग्रेस
उड़ीसा से रायगढ़ के रास्ते राहुल गांधी का न्याय पदयात्रा छत्तीसगढ़ और खास तौर पर बिलासपुर संभाग प्रवेश करेगा। इस दौरान पांच लोकसभा क्षेत्रों को यात्रा के जरिए कवर करने का प्लान है। इसके लिए पार्टी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपा जा रहा है। पीसीसी चीफ दीपक बैज खुद इसकी रणनीति बनाने जिलों का दौरा कर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को रिचार्ज कर जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। तय एजेंडे के साथ कांग्रेस पुराने नए जिताऊ चेहरों के साथ चुनाव में जायेगी और केंद्र के बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों के साथ राज्य सरकार के वादाखिलाफी को मुद्दा बनाकर जनता का समर्थन हासिल करेगी।