इस अमानवीय हरकत के बाद मां मौके से चली गई। बिल के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज बाहर तक आई और उसे उधर से गुजर रहे कुछ लोगों ने सुना और बच्ची को बिल से बाहर निकाला। लोगों ने पुलिस और 108 को इसकी सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंची 108 के जरिए बच्ची को पास के CHC में ले जाया गया, जहां से बच्ची को बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार बारूपाटा में रहने वाली एक महिला का प्रेम प्रसंग एक युवक के साथ चल रहा था। इसके बाद महिला गर्भवती हो गई और उसने सोमवार की देर शाम एक बच्ची को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची को जन्म देने के बाद महिला ने प्रेमी को इसकी जानकारी दी तो प्रेमी ने दोनों को अपनाने से इंकार कर दिया।
ऐसे बची मासूम बच्ची
इसके बाद महिला लोकलाज के चलते बच्ची को गांव के पास ही एक नीलगिरी प्लांट ले गई और यहां चूहों द्वारा बनाए गए बिल में उसे डालकर ऊपर से मिट्टी डाल दी। इसके बाद जब वहां से निकले लोगों ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो मिट्टी हटाई। अंदर से बच्ची को निकाला। इससे बच्ची की जान बच गई।