BILASPUR.अंधविश्वास के चक्कर में बुजुर्ग महिला को टोनही समझकर हमला करने वाले बैगा व उनके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बुजुर्ग महिला पर गर्म हसिया से वार कर बैगा अपने साथियों के साथ फरार था। जिसकी शिकायत पीड़ित महिला के द्वारा किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। अंततः आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है।
बता दें, मामले का खुलासा करते हुए एडिश्नल एसपी अर्चना झा ने बताया कि मामले में दो बैगा समेत कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों पर आइपीसी की धारा 364, 294, 323, 307 व 34 और छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 के धारा 5 के तहत सभी को जेल भेजा गया है। पकडे गए आरोपी में केजउ राठौर ग्राम भांठापारा, सुरेश उर्फ रीत राठौर ग्राम भदौरा, रवि उर्फ लल्ला, संतोष राठौर पुरानी बस्ती जांजगीर, देवी कहरा किकिरदा, धरम कहरा किकिरदा, विशाल नाथ राठौर खरसिया रायगढ़ है।
जान से मारने का किया प्रयास
एडिश्नल एसपी अर्चना झा ने बताया कि 12 जनवरी 2024 को पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी मां भुरी बाई को गांव के केजउ राठौर उसके परिवार वाले और बैगा ने तू टोनही कह प्रताड़ित किया। सभी ने मां को कहा कि हमारे घर में भूत धराकर घर वालों को परेशान करती है। इतना कहने के बाद आरोपियों ने चेहरे, सीने और शरीर पर चोट पहुंचाया। जान से मारने का प्रयास किया।
कोरबा से पकड़े गए आरोपी
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी शुरू कर दी थी। लगातार पता लगाने पर जानकारी हुई कि आरोपी बैगाओं के साथ कोरबा में छिपा है। जहां पुलिस की टीम पहुंची और आरोपियों को धर दबोचा। सभी आरोपी हिरासत में है।
जांजगीर से आए थे बैगा
पूछताछ के दौरान पता चला कि केजउ राठौर के घर में बेटी और बहू के झाड़फूक के लिए दामाद संतोष राठौर को बैगा लाने के लिए बोला था। संतोष ने देवी प्रसाद और धरम बैगा को मोटर साइकल में भदौरा लेकर पहुंचे। झाड-फूक कर भूत भगाने का प्रयास किया। इस दौरान केजउ का बेटा, समधी, दोनों दामाद सभी पूजा में बैठ गए। फिर बैगा ने पीडित महिला को घर से लेकर आए और हसिया गर्म कर हाथ, पैर व चेहरे को जला दिया। बुजुर्ग को अधमरा समझ छोड़कर भाग निकले।