RAIPUR. छत्तीसगढ़ का महादेव सट्टा एप मसला अब विदेश की कानूनी उलझन में फंस सकता है। इसी महीने की 13 तारीख को महादेव एप के संचालकों में से एक रवि उप्पल को इंटरपोल की मदद से दुबई में गिरफ्तार किया गया है। खबरें चल पड़ी है कि जल्द ही उसे भारत लाया जा सकता है और इसी के साथ कई और खुलासे भी हो सकते हैं। लेकिन कानूनी दांव पेंच के कारण यह कहा जा रहा है कि उसे रिहा भी किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ के महादेव एप मसले को लेकर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय जांच और कार्रवाई कर रही है। इसी महीने की 13 दिसंबर को खबर सामने आती है कि इस ऐप के संचालकों में से एक रवि उप्पल को इंटरपोल की मदद से दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। खबरें चल पड़ीं कि जल्द ही उसे भारत लाया जा सकता है और इसी के साथ कई और खुलासे भी हो सकते हैं। इसी के साथ रवि उप्पल को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई, लेकिन अब तक रवि उप्पल भारत नहीं पहुंच सका है।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ का महादेव ऐप मामले ने कई सवाल खड़े किए हैं। यह ऐसे सवाल रहे हैं, जो कि छत्तीसगढ़ की राजनीति को भी घेरते नजर आए हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी आरोप लग चुके हैं। ऐसे में माना यही जा रहा था कि जब रवि उप्पल भारत पहुंचेगा तो कई और बड़े खुलासे भी वह कर सकता है। साथ ही कयास यह भी लगाए जा रहे कि रवि उप्पल कई बड़ी हस्तियों के संपर्क में भी था। अब रवि उप्पल गिरफ्तार है लेकिन कानूनी दांव पेंच तो अभी भी बाकी हैं।
जानें क्या कहते हैं कानून के जानकार ?
कानून के जानकार बताते हैं कि सेंट्रल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी लगातार प्रक्रिया कर रही हैं कि रवि उप्पल को जल्द से जल्द भारत ले आया जाए। लेकिन अब एक नई उलझन यह है कि रवि उप्पल को दुबई में गिरफ्तार कर निरुद्ध कर लिया गया है। वहीं, इसकी अवधि सिर्फ 60 दिनों की है। यह 60 दिन इसलिए क्योंकि वह देश (दुबई) इतने ही दिन तक कानून के हिसाब से आरोपी को रख सकता है।