BHILAI.कान्यकुब्ज समाज की ओर से पारिवारिक परिचय सम्मेलन का आयोजन भिलाई के सेक्टर-1 स्थित मानव आश्रम में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासुपर के कुलपति अरूण दिवाकरनाथ वाजपेयी रहे। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ब्राम्हण समाज व खास कर कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा आने वाली पीढ़ी और युवाओं को विकसित करने की आवश्यकता है।
जिस भी क्षेत्र में बच्चे आगे बढ़ना चाहते है उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन करके श्रेष्ठ बनाना होगा और समाज का नेतृत्व करना होगा। इसके लिए आज के दौर के सफल व्यक्ति गाइड कर सकते है। उन्होंने वोट, राजनीति, धर्म और संख्या की चर्चा करते हुए कहा कि ब्राम्हणों को देश और समाज को दिशा, विचार और मार्गदर्शन देने वाले नेतृत्वकर्ता बनने की भूमिका को बनाए रखना होगा।
भिलाई में आयोजित कान्यकुब्ज समाज के पारिवारिक परिचय सम्मेलन कार्यक्रम में समाज के युवा व बुजुर्गों सभी का उत्कृष्ट व समाज में योगदान देने के लिए सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अरूण दिवाकरनाथ वाजपेयी रहे। विशिष्ट अतिथि डॉ.संजीव शुक्ला रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कान्यकुब्ज सामाजिक चेतना मंच के संरक्षक और भिलाई इस्पात संयत्र के पूर्व कार्यपालक निदेशक बीएम के बाजपेयी ने की।
कार्यक्रम में मंच के उपाध्यक्ष यू के दीक्षित, एसके दीक्षित व आरके मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राकेश शुक्ला, अतुल अवस्थी, रमा अग्निहोत्री व ज्योति तिवारी ने किया। कार्यक्रम में नागपुर, रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, बलौदाबाजार व गोंदिया के संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
सामाजिक पत्रिका चेतना का विमोचन
इस कार्यक्रम में समाज के सामाजिक पत्रिका चेतना का विमोचन किया गया। जिसमें समाज के बारे में जानकारी के साथ ही समाज के सक्रिय सदस्यों की जानकारी व कार्यक्रमों के विषय में विस्तार से उल्लेख हैं
कौस्तुभ व समाज गौरव सम्मान
इस कार्यक्रम में समाज के 75 वर्ष पूर्ण करने वाले सक्रिय सदस्यों का कौस्तुभ सम्मान किया गया। जिसमें इस वर्ष एनपी दीक्षित व रानी तिवारी को कौस्तुभ सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा समाज के प्रतिभाशाली युवाओं को समाज गौरव सम्मान से नवाजा गया। जिसमें ज्योत्सना मिश्रा को रिसर्च के लिए व शिखा तिवारी को सम्मानित किया गया।