टीकम पिपरिया
BALOD. 5 साल के अंतराल के बाद भाजपा की सरकार फिर से छत्तीसगढ़ में आ गई है। भारतीय जनता पार्टी के कामकाज के तरीके कांग्रेस सरकार के कामकाज के तरीके से अलग होता है। भारतीय जनता पार्टी अपने घोषणा पत्र पर सबसे ज्यादा ध्यान देती है। यही वजह है कि दफ्तरों में कामकाज के तरीके भी बदल जाएंगे। भाजपा की मंशा भी लगभग सभी दफ्तरों के अधिकारी समझ गए हैं और घोषणा पत्र पर काम को लेकर विचार भी कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने दफ्तरो में संदेश भी पहुंचा दिया है। खास तौर पर वे विभाग भाजपाइयों की नजर में हैं जहां ग्रुपबनाकर कार्यों का बंदरबांट किया जाता है। अब यह नहीं चलेगी। वहीं कुछ अफसरों के स्थानांतरण भी हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन गई है। मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट का कार्यभार संभालना बाकी है, लेकिन पिछले 5 साल के कार्यकाल से नाखुशी जताते हुए भाजपा ने अपने तेवर दिखाने भी शुरू कर दिए हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने घोषणा पत्र को लेकर बेहद संजीदा है। भाजपा के सूत्रों की माने तो पार्टी ने घोषणा पत्र में जितनी भी बातें कही है सबको अक्षरशः लागू करने की दिशा में प्लानिंग कर लिया है। इसे सरकार गठन होते ही तुरंत दफ्तरों में भिजवा दिया जाएगा। वैसे कहा तो यह भी जा रहा है कि भाजपा के जहां विधायक हैं उनके माध्यम से जिले के आला अफसरों तक यह बात पहुंचा दी गई है और जहां भाजपा के विधायक नहीं है वहां प्रमुख छाया विधायकों अथवा संगठन के जरिए यह बात अफसरों तक पहुंचाई जा रही है।
सवाल मोदी की गारंटी का है
भाजपा के घोषणा पत्र में जितनी भी बातें कही गई है वह सभी प्रधान मंत्री मोदी की गारंटी है और भाजपा हर हाल में मोदी की गारंटी को पूरा करना चाहेगी। यह भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का भी सवाल बन गया है। यही वजह है कि परिणाम आने के बाद एक तरफ मुख्यमंत्री को लेकर कवायद चलती रही तो दूसरी तरफ संगठन अपने घोषणा पत्र को लागू करवाने कार्य योजना पर काम करता रहा। मुख्यमंत्री के चयन में भले ही विलंब हो गया हो, लेकिन सरकारी दफ्तरों में कामकाज की मानसिकता पूरी तरह से भाजपा के अनुकूल बन गई है। दफ्तरों में भाजपा की घोषणा पत्र की कॉपियां देखी जा सकती है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर और भी है जरूरी
विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद लोकसभा चुनाव होना है। दोनों के बीच ज्यादा से ज्यादा 3 महीने का फासला है। इस बीच राज्य सरकार के कामकाज को लेकर लोग जरूर आकलन करेंगे। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहती है कि उन कामों को पहले शुरू किया जाए जो सीधे जनता से जुड़ती है, ताकि लोकसभा चुनाव तक सरकार की अच्छी छवि जा सके और लोगों को लगे कि मोदी की गारंटी पूरी की जा रही है। इसके लिए जरूरी है कि शासन और प्रशासन दोनों ही बेहतर तरीके से कामकाज करें। इसीलिए भाजपा का पूरा ध्यान सरकारी तंत्रों को ठीक करने में लगा हुआ है।
सुधरेगी सरकारी निर्माण विभाग की कार्यशैली
अभी तक सरकारी निर्माण विभाग जैसे पीडब्ल्यूडी आदि में कार्यशैली को लेकर कई बार विभाग चर्चा में रहा है। यहां पर एक खास ठेकेदार की तूती बोलती थी। उन्हीं के निर्देश पर कार्यों को आपस में बंदरबांट कर लिया जाता था। अफसर की मिली भगत से ठेकेदारों की खूब मनमानी चलती रही है। माना जा रहा है कि इसकी जानकारी स्थानीय भाजपा नेताओं को पूरी तरह से है, यही वजह है कि यहां की कार्यशैली सुधारने की बात कही जा रही है।
घोषणा पत्र की हर बात पूरी की जाएगी
बालोद के छाया विधायक राकेश यादव ने कहा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार स्वच्छ प्रशासन देने वाली सरकार है। पार्टी की घोषणा पत्र को सही तरीके से पालन करने की जिम्मेदारी सरकारी तंत्रों की है। घोषणा पत्र की हर बात निश्चित रूप से पूरी की जाएगी। विभागों में किसी भी प्रकार का बंदरबाट नहीं होने दिया जाएगा और ना ही किसी के साथ अन्याय होने दिया जाएगा। सरकार की योजना गांव करीब तबके तक पहुंचे इस बात की पूरी गारंटी भाजपा की सरकार देती है। सरकारी दफ्तरों में कामकाज भी चुस्त दुरुस्त रखा जाएगा। गांव से जिला मुख्यालय पहुंचने वाले लोगों की समस्याएं जल्द से जल्द हल हो ऐसी व्यवस्था की जाएगी।