RAIPUR. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी यानि AICC ने महासचिवों को नए राज्यों के प्रभार सौंप दिया है। छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा को उत्तराखंड का प्रभार दिया गया है। हिंदी भाषी तीनों राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही प्रदेश प्रभारियों पर तलवार लटक गई थी।
छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने खुलकर कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पर आरोप लगाए थे। वहीं आज पूर्व विधायकों की बैठक में भी कांग्रेस की हार को लेकर मंथन हुआ था। इधर जितेंद्र सिंह MP कांग्रेस के प्रभारी बनाए गए हैं। वहीं MP कांग्रेस के प्रभारी रहे सुरजेवाला को कर्नाटक भेजा गया है।
गौरतलब है कि अगले साल यानि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के संगठन में बड़ा फेरबदल किया गया है। बीते 21 दिसंबर को ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की एक बड़ी बैठक हुई थी। इस बैठक में पांच राज्यों के चुनाव परिणाम में हिंदी पट्टी के तीन राज्यों को गंवाने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई और इस हार पर समीक्षा भी की गई थी। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी सहित अन्य लोग भी शामिल हुए थे। इसी बैठक में अब आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति क्या होगी, इस पर भी चर्चा हुई थी।
इस बैठक में शामिल रहीं संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी विधानसभा चुनाव के नतीजों को बेहद निराशाजनक बताया था और कहा था कि, “यह कहना कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम हमारी पार्टी के लिए बहुत निराशाजनक रहे हैं, इसे हमारे संगठन के लिए कम ही कहना होगा। हमारे खराब प्रदर्शन के कारणों को समझने और आवश्यक सबक लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही समीक्षा कर चुके हैं, आगे लोकसभा चुनाव भी होने हैं।”