AMBIKAPUR. अम्बिकापुर में पूर्व खाद्य मंत्री के बेहद करीबी व छग खाद्य उपभोक्ता फोरम के सदस्य रहे कांग्रेसी नेता सुरेश अग्रवाल के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना के बाद आत्महत्या के कारण को लेकर अलग अलग सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले को लेकर पूर्व खाद्य मंत्री ने इसे चुनाव में मिली हार के कारण उठाया गया कदम बताया है। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल अम्बिकापुर के बसंतलाल गली के रहने वाले सुरेश अग्रवाल छग खाद्य उवभोक्ता आयोग के सदस्य व पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बेहद करीबी थे और खाद्य मंत्री के चुनाव का संचालन भी कर रहे थे। आज सुबह जब परिवार के लोग सो कर उठे तो सुरेश अग्रवाल कमरे में नहीं थे ऐसे में परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की और उनका शव घर के बेसमेंट एरिया में फांसी के फंदे पर झूलता पाया। आनन फानन में परिजनों ने उन्हें उतारकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। पूर्व मंत्री ने बताया कि चुनाव के बाद से सुरेश अग्रवाल डिप्रेशन में चले गए थे और बीते दिन उनके साथ बैठकर चाय भी पी थी और आज सुबह उन्हें ये दुखद समाचार मिला।
पूर्व मंत्री ने प्रारंभिक तौर पर इसे चुनावी हार के कारण उठाया गया कदम बताया है फिलहाल पुलिस आत्महत्या के कारणों का जांच करने की बात कह रही है और जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचने की बात भी कह रही है। मगर जिस तरह से कांग्रेसी नेता ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं और कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।