AMBIKAPUR. सरगुजा संभाग में भाजपा के बड़े जीत के बाद अब कांग्रेस इस बात को जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर जिस संभाग में उन्होंने भाजपा का सूपड़ा साफ किया था। वहां से कांग्रेस क्यों गायब हो गई। उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत समेत तमाम कांग्रेस के दिग्गज नेता अपनी सीट नहीं बचा सके। ऐसे में भाजपा पिछले चुनाव में कांग्रेस पर झूठ बोलकर सीट जीतने और सरकार बनाने का आरोप लगा रही है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि यह जनता का निर्णय है कि वह किसे बहुमत देती है इसमें भाजपा ने कुछ बड़ा काम किया हो ऐसा नहीं है।
दरअसल, सरगुजा संभाग वह संभाग है जहां वर्ष 2018 में कांग्रेस को 14 की 14 सीटों पर जीत मिली थी। एक तरह से भाजपा का सूपड़ा साफ करते हुए कांग्रेस ने सरगुजा के रास्ते प्रदेश में सरकार बनाने में सफलता हासिल की थी। अब जब 2023 के परिणाम सामने आए हैं तो कांग्रेस की सत्ता से विदाई तो हो ही गई है। साथ ही साथ सरगुजा संभाग भी कांग्रेस के हाथ से निकल गया है।
इसे लेकर भाजपा का आरोप है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस ने सरगुजा से सीएम बनाने का झूठा सपना दिखाते हुए झूठा घोषणा पत्र तैयार किया। इसे पूरा कर पाने में कांग्रेस सफल नहीं रह सकी। यही कारण है कि इस बार जनता ने कांग्रेस के झूठ से बाहर आकर भाजपा के सच के साथ अपनी सहमति दी है। यही वजह है कि भाजपा को इतना बड़ा जनादेश मिल सका है।
इधर, कांग्रेस इस बात को तो स्वीकार कर रही है कि यह कांग्रेस के लिए चिंतन का विषय है कि आखिर जनता ने कांग्रेस को क्यों नकारा। मगर कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस की तरफ से कोई झूठ नहीं कहा गया और न हीं झूठा घोषणा पत्र तैयार किया गया था। कांग्रेस की दलील है कि बहुत से ऐसे काम थे जो कांग्रेस ने वादे में किए थे और उन्हें पूरा भी किया। कांग्रेस का कहना है कि यह एक राजनीतिक प्रक्रिया है जिससे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
इसे लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने आरोप लगाया है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस ने सरगुजा से सीएम बनाने का झूठा सपना दिखाते हुए झूठा घोषणा पत्र तैयार किया। इसे पूरा कर पाने में कांग्रेस सफल नहीं रह सकी। यही कारण है कि इस बार जनता ने कांग्रेस के झूठ से बाहर आकर भाजपा के सच के साथ अपनी सहमति दी है। यही वजह है कि भाजपा को इतना बड़ा जनादेश मिल सका है।
इधर, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ जेपी श्रीवास्तव ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए चिंतन का विषय है कि आखिर जनता ने कांग्रेस को क्यों नकारा। मगर कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस की तरफ से कोई झूठ नहीं कहा गया और न हीं झूठा घोषणा पत्र तैयार किया गया था। कांग्रेस की दलील है कि बहुत से ऐसे काम थे जो कांग्रेस ने वादे में किए थे और उन्हें पूरा भी किया। कांग्रेस का कहना है कि यह एक राजनीतिक प्रक्रिया है जिससे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।