BIJAPUR. बीजापुर के नवनिर्वाचित विधायक विक्रम मंडावी ने बीजापुर के पूर्व विधायक महेश गागड़ा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनाव होते हैं। चुनावों के दौरान जनता अपनी मनपसंद से आगामी पाँच वर्षों के लिए अपना जनप्रतिनिधि चुनती है। इसी प्रक्रिया के तहत बीजापुर की जनता ने विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विक्रम मंडावी पर अपना भरोसा जताते हुए लोकतांत्रिक रूप से अपना जनप्रतिनिधि चुन लिया। क्या जब वे 2008 और 2013 में जीते थे तो क्या कलेक्टर और एसपी ने उन्हे जिताया था?
प्रेसवार्ता में विक्रम मंडावी ने कहा कि पूर्व विधायक और भाजपा प्रत्याशी रहे महेश गागड़ा लगातार दो बार चुनाव हार चुके हैं। इसी हार से बौखलाकर बीजापुर में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए चुनावों पर उलजुलूल बयानबाजी कर बीजापुर जिले के मतदाताओं का अपमान करने में लगे है। विक्रम मंडावी ने प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि वर्ष 2008 और 2013 में वे भी विधायक निर्वाचित हुए थे और भाजपा की सरकार भी बनी थी। वे मंत्री भी बन गये तो क्या पूर्व विधायक महेश गागड़ा को उस समय के जिले के कलेक्टर और एस.पी. ने चुनाव जिताया था। या फिर बीजापुर ज़िले की जनता ने चुनाव जिताया था। उन्हें इस बात का खुलासा करना चाहिए।
विक्रम मंडावी ने कहा कि इस तरह के स्तरहीन बयानबाज़ी करके पूर्व विधायक महेश गागड़ा ने बीजापुर की जनता के जनादेश का अपमान किया है। इसलिए पूर्व विधायक महेश गागड़ा को बीजापुर की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए। आगे कहा कि पूर्व विधायक महेश गागड़ा झूठे आरोप लगाने में माहिर है और अब भी वे झूठे आरोप लगाकर जिले के अधिकारी, कर्मचारी और ठेकेदारों को डरा धमकाकर जिले में भय का माहौल बनाने का काम कर रहे है।
अपने आप को आज भी मंत्री समझ रहे हैं। साथ ही विधायक विक्रम मंडावी ने पूर्व विधायक महेश गागड़ा को चुनौती देते हुए कहा कि अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है यदि विक्रम मंडावी ने भ्रष्टाचार किया है तो निष्पक्ष जाँच करायें और जेल में डालें।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व विधायक महेश गागड़ा का अपने प्रेसवार्ता में चुनाव को लेकर दिया गया बयान बीजापुर के मतदाताओं द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिये गये जनादेश का अपमान है। बता दें कि महेश गागड़ा ने हार के बाद प्रशासन पर विक्रम मंडावी को जिताने का आरोप लगाया था। बीजापुर विधानसभा सीट में बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने अपनी हार की वजह स्थानीय जिला प्रशासन को बताया है। महेश गागड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने चुनाव में कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम किया।