BILASPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बिलासपुर जिला के बिल्हा विधानसभा सीट पर ग्राम डडहा के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। रोड नहीं तो वोट नहीं कहते हुए चुनाव अधिकारियों की बात भी नहीं मानी थी। बार-बार समझाने के बाद भी चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। अब ग्रामीण शनिवार को कलेक्टर से मिलने पहुंचे। जहां कलेक्टर से मुलाकात नहीं हो पायी।
बता दें, विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान 17 नवंबर को हुए। जिसमें प्रदेश के 70 विधानसभा सीटों में मतदान हुआ। लोकतंत्र के इस पर्व में जहां पर प्रदेश भर से लोगों में उत्साह देखा गया। वहीं दूसरी ओर बिल्हा विधानसभा के ग्राम डडहा के लोगों ने पूर्ण रूप से मतदान का बहिष्कार कर दिया। पटवारी तक को गांव के अंदर घुसने से रोक दिया था। ग्रामीणों ने एक बैनर बनाया था जिसमें लिखा था रोड नहीं तो वोट नहीं। गांव की स्थिति खराब है जिसके सुधार नहीं होने से ग्रामीणों ने ऐसा कदम उठाया।
सड़क नहीं बनने से किया था बहिष्कार
बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के बोदरी नगर पंचायत स्थित वार्ड क्रमांक डडहा गांव की सड़क बहुत खराब है। ग्रामीणों का कहना है सालों से सड़क में कोई सुधार नहीं हुआ है। जिसके कारण वहां से आना-जाना बहुत ही कठिनाई से होता है। ऐसे में उन्होंने प्रशासन को जगाने के लिए ऐसा कदम उठाया। पूरे गांव ने जब तक सड़क नहीं बनेगा तब तक मतदान नहीं करने की बात कहीं। क्योंकि जब भी मतदान होता है तब जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद रोड बनवाने की बात करते है लेकिन आज तक सड़क नहीं बन पायी है।
जारी रहेगा आंदोलन
ग्रामीणों का कहना है कि डडहा गांव में लगभग 50 साल से सड़क की स्थिति खराब है। जब भी लोक सभा व विधानसभा के चुनाव हुए है तब गांव में शत प्रतिशत मतदान किया। लेकिन गांव की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। जिसके कारण इस बार मतदान का बहिष्कार किया गया। अब मुख्यमंत्री को गांव के सड़क की हालत की जानकारी देने प्रस्ताव तैयार कर सड़क बनाने ज्ञापन देने की बात कह रहे है।