RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने के बाद अब आचार संहित कारण लगी पाबंदियां भी खत्म होती जा रही है। प्रदेश में लगाए गए जांच नाकों को हटा लिया गया है। इसके साथ ही 50 हजार से ज्यादा कैश लाने-ले जाने पर भी छूट दे दी गई है। दरअसल, पहले दिवाली की छुट्टी फिर मतदान की वजह से पिछले हफ्ते सरकारी दफ्तर और बाजार लगभग सूने रहे। सरकारी दफ्तरों में आम लोगों का आना-जाना लगभग बंद हो गया। अब सोमवार से सरकारी दफ्तरों और बाजारों में पहले जैसे रौनक दिखाई दी है। दूसरे राज्यों से आने वाले कारोबारी अब बेधड़क आ रहे हैं, क्योंकि कैश लाने ले जाने की लिमिट खत्म हो गई है। प्राइवेट गाड़ियों को रोककर कैश की जांच नहीं की जा रही है।
बता दें कि आचार संहिता के दौरान इस बार रिकार्ड 65 करोड़ से ज्यादा कैश, सोने-चांदी के जेवर समेत कई तरह के सामान जब्त किए गए थे। राज्य बनने के बाद अब तक 2003, 2008, 2013 और 2018 में विधानसभा चुनाव हुए हैं। इन चारों चुनाव की तुलना में इस बार के चुनाव में जांच नाकों में इसी साल सबसे ज्यादा कैश व ज्वेलरी जब्त की गई है। वहीं इस बार दिवाली में 35 फीसदी रजिस्ट्री कम हुई है। आमतौर पर दिवाली के दौरान रजिस्ट्री की संख्या आमदिनों की तुलना में लगभग दोगुना हो जाती है। लेकिन इस बार की दिवाली में यह संख्या कम हो गई। रजिस्ट्री से मिलने वाला राजस्व भी प्रभावित हुआ है। अब रजिस्ट्री भी पहले की तरह सामान्य होने की उम्मीद है।
चुनाव ड्यूटी पर लगे जवान भी लौटे
वहीं, स्ट्रांग रूम को छोड़कर बाकी सभी जगहों से छत्तीसगढ़ के पुलिस जवानों को रिलीव कर दिया गया है। यानी जवान अपनी-अपनी जगह वापस ड्यूटी पर लौट आए हैं। पुलिस थानों का काम पहले जैसा शुरू हो गया और ट्रैफिक जवान भी अब सड़कों पर ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। जवानों के सड़कों पर लौटने के साथ ही तीन सवारी, नशे में गाड़ी चलाने वाले और नो पार्किंग में खड़ी गााड़ियों पर सख्ती शुरू हो गई है।