BILASPUR.छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस, बीजेपी के साथ जोगी कांग्रेस भी मैदान में टक्कर देने के लिए तैयार है। वर्ष 2018 के चुनाव में जोगी कांग्रेस नई पार्टी बनकर उभरी और कई महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में जीत दर्ज की। इस बार जोगी कांग्रेस पार्टी ने गिने-चुने जगहों को छोड़कर सभी विधानसभा में अपने प्रत्याशी चुनाव में उतारे है। इस बार बराबर का टक्कर दे भी रहे है।
बता दें, इस बार का चुनाव कांग्रेस व बीजेपी दोनों के लिए ही आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि जोगी कांग्रेस ने सिर्फ प्रत्याशी ही नहीं बल्कि दोनों ही पार्टियों के बागी व नाराज नेताओं को अपनी पार्टी से टिकट देकर उनके सामने खड़ा कर दिया है। ऐसे में जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार भी कई सीटों पर दर्ज कर सकते है।
उम्मीदवारों के लिए नहीं हुई लड़ाई
जहां एक ओर कांग्रेस व बीजेपी में पार्टी के नेताओं ने दावेदारी की थी। टिकट नहीं मिलने से नाराजगी भी जताई थी। वहीं जोगी कांग्रेस ने दोनों ही पार्टियों के अंदर से ही रूठे व नाराज नेताओं को चुनाव में मौका दिया। जिसे प्रत्याशियों ने स्वीकार भी कर लिया। जोगी कांग्रेस को उम्मीदवार अपने आप ही मिल गया।
दो पार्टियों के बीच मिलेगा लाभ
कांग्रेस व बीजेपी दोनों ही पार्टियों में कई दिग्गज नेता टिकट न मिलने से नाराज थे। ऐसे में मस्तूरी, बिल्हा जैसे सीट में सबसे ज्यादा संघर्ष देखने को मिलेगा। कुछ सीटों पर उम्मीद जताई जा सकती है कांग्रेस बीजेपी के बजाए कहीं जोगी कांग्रेस जीत दर्ज कर लेगी।
3 दिसंबर को होगा क्लीयर
जेसीसीजे इस बार कांग्रेस व बीजेपी को नुकसान तो पहुंचाएगी ही, लेकिन कितना यह तो 3 दिसंबर को मतगणना के बाद ही क्लीयर हो पाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री की है पार्टी
जोगी कांग्रेस पूर्व व प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी है। जिसे उन्होंने कांग्रेस से अलग होने के बाद बनाया। पहले साल में ही कई महत्वपूर्ण सीट पर जीत दर्ज की। उनके समर्थक आज भी बहुत है और अब पार्टी के कमान उनके बेटे अमित जोगी के हाथ में है। ऐसे में जोगी के जाने के बाद जतना उनकी पार्टी को कितना प्यार देगी।