DHAMTARI/SURAJPUR. प्रदेश में दुबारा सत्ता हासिल करने कांग्रेस पार्टी ने पूरी जोर लगा दी है तो दूसरी ओर सत्ता में आने भाजपा ने भी पूरी कमर कस ली है, ऐसे में एक-एक सीट दोनों पार्टी के लिए काफी मायने रखती हैं। प्रदेश की कई विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कई लोगों ने अपना नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में अगर दो नवंबर तक वे नाम वापस नहीं लेंगे तो दोनों ही पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इसी बीच सूरजपुर में भी राजनीतिक पार्टियों अपने बागी नेताओं को मनाने में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में प्रेम नगर विधानसभा से कांग्रेस के बागी प्रत्याशी संतोष रवि को मनाने के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी जिला अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी उनके घर पहुंचे। दरअसल, यूथ कांग्रेस के ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष संतोष रवि ने टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन टिकट न मिलने से नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए फॉर्म भरा था। इसके बाद लगातार कांग्रेस के बड़े नेताओं के द्वारा उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही थी, आखिरकार आज कांग्रेस प्रत्याशी खेल साय सिंह सहित जिले के पदाधिकारी उनके घर पहुंचे और उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मना लिया है।
वहीं इस विधानसभा चुनाव में धमतरी में भाजपा और कांग्रेस से दो महिला पार्षदों ने विधायक चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरा है और नाम वापसी का आखिरी दिन दो नवंबर को है, ऐसे में भाजपा और कांग्रेस उन्हे मनाने की भरसक प्रयास कर रहे हैं, दोनों दल के जिलाध्यक्ष का कहना है कि पार्टी का जो भी कार्यकर्ता निर्दलीय नामांकन भरा है, उन्हे मना लिया गया है और वे पार्टी के खिलाफ नही जाएंगे। बहरहाल भाजपा और कांग्रेस के दोनों ही पार्षद साहू समाज से आते हैं और भाजपा-कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी भी साहू है, ऐसे में अगर दोनों निर्दलीय उम्मीदवार नाम वापस नहीं लेंगे तो दोनो ही पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दरअसल राजनैतिक पार्टी से जुड़े लोगों को विधायक, सांसद सहित अन्य पद मिलने की महत्वकांक्षा रहती है, ऐसे में जब पार्टी मौका नहीं देती तो कुछ लोग बगावत में उतर जाते हैं, जिसका खामियाजा पार्टी और अधिकृत प्रत्याशी को भुगतना पड़ता है।