RAIPUR. छत्तीसगढ़ का विदेश में एक बार फिर परचम लहराया है। प्रदेश के श्रीमंत झा ने एशिया कप पैरा आर्म्रेसलिंग चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। इस जीत को श्रीमंत ने भारत के शहीद जवानों को समर्पित किया है। पीआईयूएच वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए श्रीमंत झा किर्गिस्तान की चोलपोनबाई झारकुलोव को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता. जिसका आयोजन उज़्बेकिस्तान में हुआ। उज़्बेकिस्तान में एशिया कप पैरा आर्म्रेसलिंग चैंपियनशिप में पहुंचने से पहले उन्होंने हर वो मेडल जीत लिया था, जो वो जीत सकते थे। इस जीत पर सीएम भूपेश बघेल ने श्रीमंत झा का बधाई देते हुए कहा है कि जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है।
संदेश दिया, कहा-युवा खेल पर ध्यान दें, कुछ भी मुश्किल नहीं
इस जीत के बाद श्रीमंत झा ने कहा कि पीपुल्स आर्म रेसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष प्रीति झंगियानी और महासचिव लक्ष्मण सिंह भंडारी और चेयरमैन सुरेश बेब को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरे कोच और फिटनेस कोच ऋषभ जैन और राजू साहू ने दो महीने पहले छत्तीसगढ़ में जो काम किया, उससे मुझे यह पदक पाने में मदद मिली. अपनी जीत के बाद यह मेरे लिए एक विशेष जीत है, क्योंकि 3 साल अंतराल के बाद यह मेरी पहली विश्वचैंपियन जीत है। आगे श्रीमंत झा ने कहा कि युवा खेल पर ध्यान दें. कुछ भी मुश्किल नहीं है, मैं जन्म से दिव्यांग हूं, लेकिन फिर भी अपने देश के लिए पदक जीत रहा हूं।
श्रीमंत का जुनून युवाओं के लिए प्रेरणा: सीएम भूपेश
सीएम भूपेश ने सोशल मीडिया (X) पर लिखा कि जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है। उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (पंजा लड़ाई) में दुनिया के तीसरे व एशिया के नंबर वन खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ महतारी के लाल श्रीमंत झा को ब्रॉन्ज मेडल जीतने की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं। विगत 12 वर्षों से देश और प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे श्रीमंत ने यह पदक देश के शहीदों को समर्पित किया है। मैं श्रीमंत के लिए कामना करता हूँ कि वे निरंतर सफलता हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम ऐसे ही रोशन करते रहें। उनका जज़्बा, उनका जुनून प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है।