BHILAI. दुर्ग जिले के भिलाई रूंगटा कॉलेज से एक बड़ी घटना सामने आई हैं, जहां एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली हैं। छात्र रूंगटा में आईटीआई के प्रथम वर्ष की पढाई कर रहा था। छात्र के कमरे से सुसाइट नोट भी मिला हैं। इस सुसाइट नोट में लिखा है की – सॉरी मम्मी-पापा मुझे माफ करना, मेरे कारण आप लोगों को कष्ट मिल रहा है।
जानकारी के मुताबिक यह मामला जामुल थाना क्षेत्र के बीएसपी कर्मी लाल बहादुर चंद्रा के हॉस्टल का हैं। मृतक की पहचान दुर्ग जिले के लिटिया चौकी क्षेत्र अंतर्गत डोड़की गांव निवासी निखिल वर्मा उम्र (19) वर्ष के रूप में की गई है। निखिल रूंगटा कॉलेज में आईटीआई कोर्स के दौरान मनसा कॉलेज के सामने बीएसपी कर्मी लाल बहादुर चंद्रा के हॉस्टल में डेढ़ महीने पहले ही रहने आया था।
दिवाली छुट्टी मनाकर लौटा था भिलाई
निखिल दिवाली त्यौहार मनाने घर गया था, लेकिन वोटिंग के अगले दिन 18 नवंबर को भिलाई वापस आ गया। हॉस्टल में एक-दो दिन रहने के बाद वह अपने बहनोई के घर रामनगर चला गया और एक दिन बाद वापस हॉस्टल आया। इसके बाद 24 नवंबर की शाम उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घर में नहीं हुआ कोई आपसी झगड़ा
मृतक निखिल के पिता संतोष वर्मा ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। घर में कभी ऐसी कोई बात नही हुई जिससे ऐसा लगे कि निखिल ऐसा कदम उठा सकता है। ना ही मैंने कभी उसे डाटा और न ही उसका किसी से झगड़ा था। परिजनों ने बताया कि, निखिल काफी शांत स्वभाव का लड़का था और ज्यादा किसी से बात नहीं करता था। दिवाली की छुट्टी में जब वह घर आया तब वह काफी खुश था। अपने पापा से कपड़े खरीदने के लिए पैसा भी मांगा था। वहीं चुनाव के दूसरे दिन 18 नवंबर को वापस भिलाई आ गया।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
निखिल ने जिस कमरे में आत्महत्या की है पुलिस को वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में निखिल ने लिखा है कि, सॉरी मम्मी पापा मैं आप लोगों को कष्ट पहुंचा रहा हूं। मुझे माफ कर देना।
आत्महत्या का कारण अज्ञात
जामुल पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जांच के दौरान उनको एक सुसाइट नोट मिला। पुलिस ने परिजनों को बुलाया और बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भेजा दिया। फ़िलहाल आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है पुलिस मामले की जांच पर जुटी हुई हैं।