AMBIKAPUR. सरगुजा के लुंड्रा विधानसभा में चुनाव बेहद रोचक हो चला है। भाजपा ने यहां जीत दर्ज करने के लिए प्रबोध मिंज को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस की तरफ से वर्तमान विधायक डॉ प्रीतम राम मैदान में हो सकते हैं। यही कारण है कि इस विधानसभा में परिवाद बनाम बाहरी का मुद्दा गर्म हो गया है। लुंड्रा के सियासी परिणाम क्या रहे हैं और क्यों गर्मा रहा है परिवारवाद बनाम बाहरी का मुद्दा इसके पीछे कई कारण हैं।
सरगुजा जिले की लुंड्रा विधानसभा सीट जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। लुंड्रा विधानसभा के इतिहास पर नजर डाले तो यहां लंबे समय तक कांग्रेस का कब्जा रहा तो वहीं भाजपा को भी यहां इक्का दुक्का जीत मिली है। वर्तमान समय में यहां से कांग्रेस के डॉ प्रीतम राम विधायक हैं, जो एक बार फिर मैदान में उतर सकते हैं।
यही कारण है कि भाजपा इसे लेकर मुद्दा बना रही है, भाजपा प्रत्याशी प्रबोध मिंज का आरोप है कि लुंड्रा विधानसभा में 30 सालों से एक ही परिवार को काँग्रेस ने मौका दिया है। पहले डॉ प्रीतम राम के पिता चमरू राम इस इलाके से लंबे समय से विधायक थे तो वहीं उनके भाई रामदेव राम भी विधायक रह चुके हैं और अब डॉ प्रीतम राम खुद विधायक हैं। ऐसे में भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस के परिवादवाद के कारण लुंड्रा विकास से वंचित रह गया है।
जहां एक तरफ भाजपा कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगा रही है तो वहीं कांग्रेस भाजपा के वर्तमान प्रत्याशी प्रबोध मिंज को बाहरी उम्मीदवार बताते हुए क्षेत्र की जानकारी नहीं होने का हवाला दे रही है। कांग्रेस विधायक डॉ प्रीतम राम का कहना है कि लुंड्रा में कई विधायक रहे हैं जिन्होंने अपने स्तर पर काम किया है और कांग्रेस की सरकार आने के बाद जब से वह इस क्षेत्र में विधायक के रूप में चुने गए हैं तब से क्षेत्र का विकास चौतरफ़ा हुआ है फिर चाहे वह सड़कों की बात हो पुलियों के निर्माण की बात हो एसडीएम कार्यालय और तहसील कार्यालय की खोलने की बात हो। यही नहीं डॉक्टर प्रीतम राम ने प्रबोध मिंज को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए क्षेत्र की जानकारी नहीं होने का आरोप भी मढ़ दिया है ।