KANKER. बस्तर में एक बार फिर नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान ने खुदकुशी कर ली है। कांकेर जिले में रावघाट थाना क्षेत्र के सरगीपाल कैंप पर ड्यूटी कर रहे बीएसएफ जवान ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। हालांकि आत्महत्या का कारण अज्ञात है। सूचना के बाद पुलिस और बीएसएफ के अधिकारी मामले की जांच की जा रही है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतक रायपुर के मंदिर हसौद का रहने वाला है। वे बीएसएफ की 162वीं वाहिनी सरगीपाल में पदस्थ थे। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक कारणों से आत्महत्या किया जाना सामने आया है। फिलहाल जांच अभी जारी है।
कांकेर पुलिस के मुताबिक बीएसएफ वाहिनी का जवान वाल्मिकी सिन्हा 28 अक्टूबर को मोर्चा ड्यूटी पर तैनात था। तभी अचानक बैरक से गोली चलने की तेज आवाज आई, जिससे साथी जवान भाग कर मौके पर पहुंचे, तो वाल्मिकी सिन्हा जमीन पर खून से लथपथ पड़ा था। साथी जवान जब तक कुछ समझ पाते उसकी मौत हो गई थी। मौके से सूचना मिलने पर बीएसएफ के उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। इसके साथ ही मामले की जांच शुरू हो गई है। कांकेर एएसपी खोमन सिन्हा ने बताया कि जवान कैम्प में ड्यूटी पर तैनात था। ड्यूटी के दौरान उसने खुद को गोली मार ली। बीएसएफ और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे है। मामले की जांच की जा रही है।
इससे पहले ही ऐसी वारदातें
गौरतलब हो कि इससे पहले कांकेर के ही हल्बा चौकी में मोर्चे पर तैनात बीसीएफ जवान ने अपने आप को गोली मार लिया था। आत्महत्या का खुलासा भी कांकेर पुलिस ने किया था। महिला मित्र के द्वारा ब्लेकमेलिंग के चलते जवान ने आत्महत्या की थी। यह पहला मामला नहीं है जब नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान ने आत्महत्या की है। इसके पहले भी कई जवान इस तरह से आत्मघाती कदम उठा चुके हैं।