BHILAI. छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर को मिनी इंडिया कहा जाता है। इस शहर में जहां विभिन्न जाति और वर्ग के लोग रहते है तो वही यहां लोगों में विभिन्न प्रतिभाएं भी देखने को मिलती है। इस शहर में कलाकारों की कोई कमी नही नही है। यहां के कलाकार देश दुनिया में भिलाई शहर को एक नई पहचान दे रहें हैं।
ऐसा ही एक नाम है आद्या पांडे। यह नन्ही नृत्यांगना मात्र 14 साल की है और इस उम्र में इन्होंने शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम में एक ही दिन मे दो अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता मे भाग लिया। 28अक्टूबर को नृत्य धाम कला समिति द्वारा प्रायोजित अखिल भारतीय स्तर की नृत्य प्रतियोगिता ” देश राग ” में आद्या ने अपनी कला और मेहनत का बेहतरीन प्रदर्शन कर अपने वर्ग का प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में देश भर से करीब 250 प्रतियोगियों ने भाग लिया। आपको बता दें इस उपलब्धि के को मिलाकर यह उनका 15वां राष्ट्रीय पुरस्कार है।
वही 28 अक्टूबर को ही भिलाई मे आयोजित अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता “AIDA” International competition of Dance and Music Natwar Gopi krishna award 2023″ में भी आद्या ने भाग लिया और प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसमें उन्हें “OUTSTANDING PERFORMER” का भी खिताब भी दिया गया। इस प्रतियोगिता मे देश से करीब 1300 प्रतियोगियों ने भाग लिया। इस दौरान निर्णायक के रूप मे डॉ. रिचा गुप्ता (दिल्ली), अद्रजा दास (केरल) उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि आद्या पांडे ने अपनी मेहनत से एक बार फिर भिलाई का नाम रोशन कर दिया हैं। आद्या”नृत्य मंजरी, नृत्य प्रतिभा एवम् नृत्य श्रेष्ठ” जैसे अलंकरण से अलंकित हुई हैं।
वर्ष 2022 मे पांच और 2023 में तीसरा अखिल भारतीय स्तर का पुरस्कार है एवम् कुल 15 वां अखिल भारतीय पुरस्कार् है प्राप्त किया है। इन्होंने भरतनाट्यम की शिक्षा अपने गुरु डॉ. जी. रतीश बाबू से प्राप्त की | इनकी संस्था का नाम “नृत्यति कलाछेत्रम” है। आद्या डी. पी. एस रीसाली की छात्रा हैं। आद्या के पिता दिनेश पांडे भिलाई इस्पात सयंत्र के मर्चेंट् मिल मे कार्यरत हैं।