BILASPUR. विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 90 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। इसके लिए पार्टी विचार-विमर्श कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी 15 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि के दिन कांग्रेस की लिस्ट जारी हो सकती हैै। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस विजयी प्रत्याशियों पर ही भरोसा जा सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि बिलासपुर से वर्तमान विधायक शैलेष पांडे की टिकट पक्की हैै।
इस बार विधानसभा चुनाव में बिलासपुर सीट पर सब की नजर रहेगी। पिछली बार के चुनाव में शैलेष पांडे को जनता ने ज्यादा पसंद किया और उन्हें ही बिलासपुर के लिए चुना था। 2019 की चुनाव में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी शैलेष पांडेय ने हराया था। शैलेष पांडे को कुल 67896 वोट मिले थे जबकि अमर अग्रवाल को 56675 वोट मिले थे। ऐसे इस बार भी क्या शैलेष पांडे अपनी जीत दर्ज कर सकेंगे।
चार बार विधायक रहे अमर
भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल की हार से पार्टी को बड़ा छटका लगा था। क्योंकि विधायक शैलेष पांडेय का बैकग्राउंड राजनीतिक नहीं है। वे शिक्षाविद् है ऐसे में इस बार का चुनाव बहुत ही रोचक होने वाला हैं। क्योकिं अमर अग्रवाल हारे हुए प्रत्याशी है जिन पर भाजपा ने एक बार फिर से भरोसा जताया है।
शहर में भी हो रही इसकी चर्चा
शहर के नागरिकों में भी भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी की चर्चा हो रही है। बिलासपुर में अमर अग्रवाल ने 1998 में पहली बार जीत दर्ज की थी, यह सिलसिला 2018 तक जारी रहा। लगातार 4 बार जीत का रिकॉर्ड दर्ज किया। लेकिन 1998 से लेकर 2018 तक बिलासपुर के विधायक रहे अमर अग्रवाल को 5वीं बार में शैलेष पांडे ने लगभग 11 हजार मतों से मात दी थी। शहरवासी लिस्ट जारी होने के बाद बिलासपुर में विधायक कौन होगा कि चर्चा कर रहे हैं। कुछ अमर अग्रवाल के पुनः विधायक बनने की उम्मीद जता रहे है तो वहीं शैलेष पांडे के समर्थक उनके जीत की उम्मीद जता रहे है।