RAIGARH. छत्तीसगढ़ में चुनावी सियासत तेज हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम महापौर जानकी काटजू के खिलाफ भाजपा का अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है।
आज रायगढ़ जिला कलेक्टोरेट में भाजपा द्वारा नगर निगम महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जो कि कोरम की कमी की वजह से ध्वस्त हो गया है। आज 11:00 बजे वोटिंग के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने विशेष सभा बुलाई थी। लेकिन कांग्रेस के 21 पार्षद और महापौर इसमें शामिल ही नहीं हुए। इस कारण ये अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया।
तो वहीं भाजपा के 21 पार्षदों में से मात्र 18 पार्षद ही वोटिंग में पहुंचे थे। वोटिंग से पहले ही अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी से नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि शहर सरकार जवाबदेही से बच रही है। उन्हें इस बात का अंदेशा है कि कांग्रेस के खिलाफ वोटिंग हो सकती है। इसलिए कांग्रेस पार्षद आज अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।
भाजपा में चल रही गुटबाजी
जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि भाजपा में जिस प्रकार की गुटबाजी चल रही है ये इसी बात से पता चल रही है की वोटिंग भाजपा के 3 पार्षद खुद शामिल नहीं हुए हैं। भाजपा कांग्रेस पार्षदों के बल पर अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस ने एकजुट होकर मुहतोड़ जवाब दिया है।
भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस किया ज्वाइन
रायगढ़ निगम से भाजपा का अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है, तो वहीं रायगढ़ निगम के भाजपा पार्षद ने आज रायपुर पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।