BHILAI. भिलाई में हुए मर्डर मिस्ट्री का आज दुर्ग पुलिस ने खुलासा किया है। लव अफेयर के चलते प्रेमी-प्रेमिका ने ऐसी साजिश रची जिसमें 90 वर्षीय बुजुर्ग को अपनी जान से हाथ धो बैठना पड़ा।
15 अगस्त की रात लगभग 01 बजे गिरधारी नगर दुर्ग में जोरदार धमाका हुआ। धमाका सुनकर सभी वहां इकठ्ठा हो गए और देखा गया कि सुप्रिया यादव के घर के स्टोर रूम में आग लग गई है। भूपेंद्र यादव को फ़ोन करके उठाया गया इसके बाद सभी ने मिलकार आग बुझाई। आग बुझते ही वहां एक लाश दिखने लगी और सुप्रिया यादव रूम में नहीं थी। इससे यह संदेह हुआ कि जली हुई लाश सुप्रिया की ही है क्योकि वहां उसकी बिछिया और चूड़ियां भी पड़ी हुई थी।
अगले ही दिन 16 अगस्त को सुप्रिया के मायके से खबर मिली की वह खैरागढ़-जालबांधा के रास्ते में बेहोश पड़ी हुई है। 112 की मदद से उसे उसके मायके पहुंचाया गया। इससे यह बात तो स्पष्ट हो गई कि सुप्रिया जिन्दा है। पर सवाल यह उठा कि, फिर आखिर दुर्ग में उसके घर पर जली लाश किसकी है। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए दुर्ग पुलिस ने टीम तैयार कर जांच शुरू की और पूरे मामले का पर्दाफाश किया।
दरअसल दुर्ग निवासी सुप्रिया यादव अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी। लेकिन शादीशुदा होने की वजह से वो ऐसा कर नहीं पा रही थी। तब उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर खुदको मृत साबित करने की प्लानिंग की। महिला का प्रेमी गंडई निवासी उमेश साहू एक चिकित्सक है। उमेश के पास 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला का इलाज चल रहा था। सुप्रिया की मौत की कहानी बनाने के लिए दोनों प्रेमियों ने बुजुर्ग महिला को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतिका सुरजा बाई मरकाम(90) उमेश के पास इलाज के लिए आती थी। सुप्रिया की मौत को साबित करने के लिए उमेश ने बुजुर्ग को निशाना बनाया। सबसे पहले उमेश ने महिला को दवा देकर बेहोश किया और फिर मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। एक रात शव को रखने के बाद अगले दिन उसे सुप्रिया यादव के घर के स्टोर रूम में लेजा कर बुजुर्ग महिला की लाश को जला दिया। सुप्रिया यादव के मौत की झूठी कहानी रचने के बाद प्रेमी उमेश और सुप्रिया वहां से भाग निकले जिससे सबको यह लगे की सुप्रिया जल कर मर चुकी है।
उमेश के साथ भागने के बाद अगले दिन सुप्रिया को अपने बच्चों की याद आने लगी और बच्चों की याद में वह घर वापस जाने की जिद करने लगी। प्रेमी उमेश ने सुप्रिया को खैरागढ़ में लेजाकर छोड़ दिया। सुप्रिया ने शरीर में सिन्दूर व बंदन लगाकार बेहोशी का नाटक किया और मनगणत कहानी बनाई।
अपराधियों के विरूद्ध मोहन नगर थाना में इस मामले को लेकर अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।